कोरबा: IAS-IFS विवाद : कलेक्टर पर डीएफओ को धमकाने का गंभीर आरोप, कहा- ‘बोरिया बिस्तर समेट लो’, शिकायत मंत्रालय तक

कटघोरा में एकलव्य आवासीय विद्यालय और खेल परिसर के लिए जमीन आबंटन कराने के मामले में हुआ था विवाद, IFS एसोसिएशन ने जताई आपत्ति..

रायपुर:- एकलव्य आवासीय विद्यालय और खेल मैदान के लिए कटघोरा वन मंडल से छह हेक्टेयर जमीन आवंटित करने के मामले में कोरबा कलेक्टर और डीएफओ के बीच हुई तू तू मैं-मैं का मामला गर्मा गया है. डीएफओ ने मंत्री मो. अकबर से मिलकर इस पूरे मामले की शिकायत की है. डीएफओ ने अपनी शिकायत में कहा है कि कलेक्टर रानू साहू ने जमीन आवंटित नहीं किए जाने पर बोरिया बिस्तर समेटने तक की धमकी दे दी. IFS एसोसिएशन ने भी इस घटना पर आपत्ति जताई है. खबर है कि एसोसिएशन इस मामले में कल मंत्री से मिलकर ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो यह सुनिश्चित किए जाने की मांग करेगा.

दरअसल बीते 17 दिसंबर को कलेक्टर कार्यालय की ओर से कटघोरा वन मंडल की डीएफओ शमा फारूकी को पत्र लिखकर एकलव्य आवासीय विद्यालय, बालक छात्रावास, कन्या छात्रावास, जल आपूर्ति हेतु पाइप लाइन लगाने, खेल मैदान और आवासीय परिसर के लिए कुल छह हेक्टेयर जमीन आवंटित किए जाने की मांग की गई थी. डीएफओ ने नियमों का हवाला देते हुए ए जमीन देने से मना कर दिया, जिसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर और डीएफओ के बीच इस मसले पर बातचीत हुई. बताते हैं कि ऐसे ही एक मामले में सरगुजा में आवंटित किए गए जमीन का उदाहरण देकर अलग-अलग टुकड़ों में जमीन दिए जाने की बात कहीं गई, जिस पर डीएफओ ने पूर्व में जारी नियमों का हवाला देते हुए जमीन आवंटित किए जाने की अड़चनों का जिक्र किया. बात यही बिगड़ी और कलेक्टर डीएफओ के बीच तनातनी के हालात बन गए. बताया जा रहा है कि कलेक्टर ने डीएफओ से यह भी कहा कि वह एसडीओ को चार्ज देकर 15 दिनों की छुट्टी पर चली जाए. एसडीओ के जरिए यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इस पर डीएफओ ने कहा कि, एसडीओ की रिपोर्ट के आधार पर जमीन नहीं दिए जाने का निर्णय लिया गया है.

वन मंत्री से की गई शिकायत में यह बात सामने आई है कि कलेक्टर ने डीएफओ से यह तक कह दिया कि इस मामले में उनकी बात सीएम हाउस तक हो चुकी है. बावजूद इसके डीएफओ नियमों के हवाले से टस से मस नहीं हुई. आरोप है कि कलेक्टर ने डीएफओ को बोरिया बिस्तर समेटने तक की चेतावनी दे दी. इस चेतावनी के बाद डीएफओ ने वन मंत्री से मुलाकात कर पूरी घटना का ब्यौरा दिया है. इस बीच वन महकमे की ओर से लैंड मैनेजमेंट संभाल रहे अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील मिश्रा ने नया निर्देश जारी कर स्पष्ट किया है कि एक हेक्टेयर से ज्यादा वन भूमि का आवंटन ना किया जाए. इधर इस मामले में आईएफएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण पांडेय ने लल्लूराम डाट काम से बातचीत में कहा कि, फिलहाल औपचारिक तौर पर इस घटना की जानकारी एसोसिएशन से साझा नहीं की गई है. एसोसिएशन को शिकायत मिलने पर बातचीत की जाएगी.