गौरेला पेंड्रा मरवाही: प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकारों द्वारा अखबार की ताकत का किया गया गलत उपयोग: पुष्पेश्वरी सिंह जिला पंचायत सदस्य…

गौरेला पेंड्रा मरवाही: प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकारों द्वारा अखबार की ताकत का किया गया गलत उपयोग: पुष्पेश्वरी सिंह जिला पंचायत सदस्य

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिला पंचायत सदस्य पुष्पेश्वरी सिंह द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौप उचित कार्यवाही की मांग की गई .. ज्ञापन में बताया गया की प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकारों द्वारा अखबार की ताकत का गलत उपयोग किया जाता है…

प्रतिष्ठित दैनिक अखबार दैनिक भास्कर एवं नवभारत में लगातार मरवाही अनुभाग के अधिकारियों के विरूद्ध सुनियोजित अभियान के तहत झूठी खबर प्रकाशित की जा रही है। जिसके परिपेक्ष में सदस्य द्वारा निम्न कथन प्रस्तुत किये गए हैं। 

1. महोदया हमारे क्षेत्र का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा 14वें एवं 15वें वित्त की राशि जिसे डी.एस.सी. प्रकरण का नाम दिया गया है। जिसकी जाँच तत्कालिन कलेक्टर महोदया के आदेश पर एक जाँच कमेटी करती है। जिसमे लगभग 3.30 करोड़ रूपये का फर्जीवाड़ा सिर्फ 12 पंचायतों से निकलकर सामने आता है। जिसमें मुख्य आरोपी मधुकर द्विवेदी निवासी सिवनी का नाम आता है जो अपने आप को दैनिक भास्कर का पत्रकार बताकर भयादोहन करने का धंधा पिछले कई वर्षों से क्षेत्र में चलाता आ रहा है। और यह एक आदंतन अपराधी भी है।

2. महोदया जाँच उपरांत कार्यवाही के डर से बिना किसी समन जारी हुये मधुकर द्विवेदी द्वारा कार्यवाही की रोक का आदेश सम्मानीय उच्च न्यायालय बिलासपुर से न्यायालय को गुमराह कर झूठे दस्तावेज प्रस्तुत करते हुये प्राप्त कर लिया जाता है

3. महोदया कार्यवाही न हाने एवं न्याय मिलता ना दिखाई पड़ने तथा मधुकर द्विवेदी द्वारा लगातार प्रताड़ित किये जाने के कारण मालाडाड़ सचिव स्व.गुलाब सिंह तिलगाम द्वारा आत्महत्या कर ली जाती है। 

4. महोदया इसके बाद जब पुलिस प्रशासन मधुकर द्विवेदी को पकड़ने इसके घर जाती है तब इसके एवं परिवार के द्वारा पुलिस प्रशासन पर धारदार हथियारों से हमला किया जाता है और यही दैनिक भास्कर अखबार में प्रमुखता से खबर छपती है कि पुलिस प्रशासन ने मधुकर द्विवेदी के घर में लूट तथा परिवार के साथ मारपीट की पुलिस का दुर्दात चेहरा उजागर करती है। जो पूर्णतया झूठी खबर थी। 

5. महोदया इसके द्वारा पुनः पुलिस कार्यवाही में रोक का आदेश न्यायालय से सी सी टीवी फुटेज के आधार पर प्राप्त कर लिया जाता है। अब विचारणीय बात यह है कि अपने घर के अन्दर सी सी टीवी कैमरे कौन लगवाता है। पर मधुकर द्विवेदी के घर के अन्दर मे कैमरों का लगा होना कार्यवाही से बचने की पूर्व सुनियोजित साजिश को स्पष्ट दर्शाता है।

6. महोदया इन सब घटनाओं के घटित होने के बाद कार्यवाही ना होने से क्षुब्ध होकर मेरे पति श्री अर्जुन सिंह जी के द्वारा सार्वजनिक व्हाट्सप ग्रुपों में मधुकर द्विवेदी एवं एक सचिव एवं अन्य लोगों के आपसी वार्तालाप के कई ऑडियो वायरल किया जाता है। जिसमे स्पष्ट होता है कि कैसे मधुकर द्विवेदी ने सारे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया एवं एक अधिकारी को जान से मारने की योजना तक तैयार की थी परन्तु कोई कठोर कार्यवाही ना हो सकी।

7. महोदया अब जब सम्मानीय उच्च न्यायालय में सुनवाई प्रत्यक्ष (आफलाइन) की शुरूवात हो रही है। तब मधुकर द्विवेदी को सजा का डर सता रहा है। तब इसके द्वारा कुछ पत्रकारों का साथ पाकर अधिकारियों के विरुद्ध झूठी खबर प्रचारित करने की साजिश की जा रही है। ताकि अपना पक्ष न्यायालय में मजबूत किया जा सके। 

8. महोदया इसकी एवं इसके मित्र पत्रकारों की कूटनीति का आरंभ इसके द्वारा आपके कार्यालय में 23/02/2022 को 14वें वित्त 15वें वित्त की शिकायत करने से होती है और यह दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे स्टे प्राप्त आदतन अपराधी के शिकायत को संज्ञान में लिया जा रहा है। जिसके कारण इनका हौसला पुनः बुलन्द हो रहा है एवं अच्छे अधिकारियों का मनोबल टूट रहा है जो क्षेत्र के लिये उचित प्रतीत नही होता है। 

9. महोदया उसके बाद दैनिक भास्कर अखबार में ही 13/02/2022 को अधिकरियों के विरूद्ध कुछ सरपंचों की आड़ मे झूठी खबर प्रमुखता से प्रकाशित होती है। जिसका खंडन सम्बंधित सरपंच गणो द्वारा दैनिक भास्कर के विरुद्ध दिनांक 14/02/2022 को थाना मरवाही में प्राथमिकी दर्ज कराकर किया जाता है .

10 महोदया उसके अगले ही दिन दिनांक 15/02/2022 को दुसरा प्रतिष्ठित अखबार नवभारत करसीया सरपंच के बहाने पंचायत निरिक्षक के विरूद्ध झूठी खबर प्रमुखता से छापता है। जिसमें संज्ञान में लेते हुए करसीवा सरपंच महोदय एवं पंचों द्वारा खंडन रूपी शिकायत पत्र आपके कार्यालय में दिया जाता है। 

11. इन सब घटना क्रम के बाद दिनांक 18/02/2022 को पुनः मधुकर के मित्र पत्रकारों द्वारा जो अभी तक डी.एस.सी फर्जीवाड़े में चुप्पी बनाये रखे थे। करसीवा सरपंच एवं उपसरपंच को भयभीत कर आपके समक्ष उपस्थित करते हैं। जिसका खंडन स्वमेव सरपंच, उपसरपंच एवं पंचगण दिनांक 17/02/2022 को थाना मरवाही में आवेदन देकर किये हैं

12 महोदया पुनः दिनांक 17/02/2022 को नवभारत एवं दैनिक भास्कर में खबर छपती है जिसमें मेरे पति श्री अर्जुन सिंह नाम भी छापा जाता है और उनका परिचय मेरे नाम से दिया जाता है। जो मेरे नाम को भी बदनाम करने की सोची समझी साजिश है जबकी मेरे पति जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संभागीय प्रवक्ता है जिनकी अपनी एक क्षेत्र में अलग पहचान है। और इस खबर की झूठी होने का प्रमाण यही है कि नवभारत दिन में 11 बजे एवं दैनिक भास्कर रात को 11 बजे मेरे पति का सरपंच के घर जाना प्रकाशित करते हैं। 

13. महोदया मैं पूर्व में 2015 से 2020 तक जनपद सदस्य पद का प्रतिनिधित्व करते आई हूँ और उस वक्त मैंने देखा है कि किस प्रकार अधिकारियों से पत्रकारिता की आड़ में मेलमिलाप कर बाद में भयादोहन एवं फर्जीवाड़े का माहौल इन्ही कुछ पत्रकारों द्वारा तैयार किया जाता था। 

14. महोदया उस वक्त को सोचकर मेरा मन भयभीत हो जाता है कि कैसे सरपंच, सचिव भयभीत रहते थे बिना उनकी जानकारी के उनके पंचायतों गुणवत्ताहीन कार्य करवा दिया जाता था. और कहा जाता था मुंह बंद रखो वरना अख़बार में छाप देंगे तुम लोगो को फसा देंगे जिसका स्पष्ट प्रमाण डी. एस. सी. पोटाला है। इन पत्रकारों में एक फर्जी पत्रकार ऐसा भी है जो अपने आपको इन पत्रकारों का आका बताता है जिसका नाम मुरारी रैदास है जिसके कारनामें आप दानीकुण्डी वन प्रसंसकरण के बगल में देख सकती है।

15. महोदया अधिकारी सभी सरल सहज और न्याय प्रिय ही होते हैं पर इन जैसे लोगों द्वारा इनकी सहजता का कभी कभी गलत उपयोग कर लिया जाता है। एवं मनमाना राज चलाया जाने लगता है परन्तु बीते कुछ समय से मरवाही अनुभाग में इन लोगों की रोजी रोटी छिन गई है एवं मधुकर द्विवेदी का भविष्य जेल की कालकोठरी में नजर आने लगा है। इसलिए इन कुछ पत्रकारों द्वारा अपने अखबारों का गलत उपयोग किया जा रहा है। 

16. महोदया अपने आपको पत्रकार संघ मरवाही का अध्यक्ष बताने वाले मुरारी रैदास एवं सचिव पद को कलंकित कर रहे मधुकर द्विवेदी से इनके शिक्षा का एवं पत्रकारिता का प्रमाण पत्र एवं इन दोनों के द्वारा आज तक कितने जनहित के मुद्दे अपने समाचार में प्रकाशित किये गये है। एवं उसका क्या असर क्षेत्र के हित में हुआ है की जानकारी मंगाने की कृपा करें मुझे विश्वास है कि आपको देखने को मिलेगा की इनकी जनहित में कोई खबर रहती ही नहीं है और जो खबर होती भी है वह सिर्फ भयादोहन एवं निजी स्वार्थ को स्पष्ट परिलक्षित करती आई है।

जिला पंचायत सदस्य द्वारा जिला डीएम से निवेदन कर कहा गया की न्यायोचित कार्यवाही करते हुए हम क्षेत्रवासियों को ऐसे स्वार्थी पत्रकारों से मुक्त कराने की कृपा करें इनके द्वारा की गई किसी भी शिकायत यो प्रकाशित खबर पर संज्ञान ना लेते हुए इनके वैमनस्ता रूपी षडयंत्रों को शिथिल करने की कृपा !