मरवाही: भ्रष्टाचार में लिप्त मरवाही सरपंच, पूर्व सरपंच (भाजपा नेता)योगेंद्र सिंह नहरेल ने पुनः किया साबित..कलेक्टर,एसडीएम व सीईओ के आदेश की अवहेलना उनके लिए आम बात…

मरवाही: भ्रष्टाचार में लिप्त मरवाही सरपंच, पूर्व सरपंच (भाजपा नेता)योगेंद्र सिंह नहरेल ने पुनः किया साबित..कलेक्टर,एसडीएम व सीईओ के आदेश की अवहेलना उनके लिए आम बात—

 

 

मरवाही: ज्ञात हो कि मरवाही पंचायत आज गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का सबसे भ्रष्टतम पंचायतो में से सबसे अव्वल है।हो भी क्यों न क्योंकि कई बड़े बड़े भ्र्ष्टाचार होने के बाद भी प्रशासन ही उस भाजपा नेता के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही करना चाहती।अभी तक कई जांच भी हो चुकी है।जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही होना किसी बड़े सेटिंग की ओर इशारा करती है।फिर वो चाहे ग़रीबो के चावल के हेरा फेरी का मामला हो या 14 वे 15 वे वित्त में उपसरपंच आलोक ताम्रकार के नाम से फर्जी चेक काटने का मामला हो या लाखो रुपये के अवैध मकान बनाकर बेचने का मामला हो या फिर धोबी दुकान को अपने प्रियजन को बेचने का मामला हो, सभी मामलों में दोष सिद्ध होने के बाद भी कोई कार्यवाही नही होना किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं। एक बात तो तय है कि इन सब प्रकरणों से विधायक से लेकर आम कांग्रेस नेता भी प्रशाशन के इस रवैये से खासे नाराज हैं और ये कहि न कही ये सभी प्रकरण शासन प्रसाशन की छवि को भी धूमिल कर रहा है। मरवाही के उपर्युक्त मामलों के अलावा ताजा उदाहरण अभी एक फिर सामने आया है। जहाँ मरवाही सरपंच श्रीमती प्रियदर्शनी नहरेल एवम उनके पति पूर्व सरपंच योगेंद्र सिंह नहरेल के ऊपर आरोप है कि उनके द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी मरवाही के आदेश की भी अवहेलना विगत 6 महीनों से खुलेआम किया जा रहा है। यह तक कि जिला प्रशासन के आदेश की भी अवहेलना करने में ये लोग कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं।आरोप है कि एक गरीब ट्रैक्टर मालिक से सरपंच प्रतिनिधि योगेंद्र सिंह नहरेल द्वारा मरवाही के नालियों का मलबा फेंकवा कर उसकी ढुलाई व सफाई व्यय की राशि 57690 रुपये भुगतान इनके द्वारा नही किया गया।जिसकी शिकायत सबंधित ने मुख्यमंत्री प्रभारी मंत्री,विधानसभा अध्यक्ष से लेकर कलेक्टर,एसडीएम,व सीईओ सबसे कर चुका है।इसी प्रकरण में उच्च अधिकारियों द्वारा इसके भुगतान के निर्देश भी दिए गए है। पर पंचायत द्वारा अभी तक उसके उक्त राशि का भुगतान नही किया।आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस राशि का भी तो बंदरबांट नही कर लिया गया है यही नही और जब वह ट्रैक्टर मालिक अपना उक्त पैसे की मांग करता है तो उसके साथ गली गलौच व झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी जाती है। लगातार 6 महीने से शिकायत होने के बावजूद इनके ऊपर कार्यवाही नही होना किस बड़े सेटिंग की ओर इंगित कर रहा है। अब तक सभी समाचार पत्रों ने लगातार भ्रष्टाचार के मुद्दों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।अब महत्वपूर्ण बात यह है कि इनके अवैध कार्यो व गरीबो और जनता के साथ किये गए छल कपट करने वालो के साथ प्रशासन कब तक मे कार्यवाही करती है यह देखने योग्य है…!