लापता सुमन का 5 दिन बाद भी नही मिला सुराग,पीड़ित परिवार का हुआ हाल बेहाल..

लापता सुमन का 5 दिन बाद भी नही मिला सुराग,पीड़ित परिवार का हुआ हाल बेहाल

 

 

कटघोरा:पुलिस को सुमन के लापता हो जाने की सूचना दिए 5 दिन से अधिक का समय बीत चुका है,बावजूद अभी तक सुमन का कोई पता ठिकाना नही चल सका है बहरहाल पुलिस अपने स्तर पर लगातार खोजबीन कर रही है।इस घटना से आदिवासी परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है हालांकि थाना प्रभारी ने पीड़ित परिवार को लापता सुमन के मिल जाने का पूरा आश्वासन दिया है।

आदिवासी जनजाति से ताल्लुक रखने वाली सुमन का अभी तक कोई सुराग नही मिल पाया है।पीड़ित परिवार ने कटघोरा थाने में 15 अप्रैल को सुमन के लापता होने की सूचना दी थी,जहां पुलिस तत्काल हरकत आई और लापता सुमन के विषय मे संबंधितों से पूछताछ का शिलशिला शुरू कर दिया था,पर अभी तक लापता सुमन के विषय मे कोई खास जानकारी सामने नही आ पाई है।बता दे कि 27 मार्च को आदिवासी युवती सुमन रोजाना की तरह घरेलू कार्य करने निकली थी और आजपर्यंत तक वह अपने घर नही पहुँची है।परिजनों की माने तो जब सुमन देर शाम तक घर नही पहुँची तो पीड़ित परिवार के सदस्यों ने अपने स्तर पर सुमन की खोजबीन शुरू की पर सुमन का कोई सुराग नही मिला।लिहाजा लोक लज्जा को त्याग पीड़ित परिवार 15 अप्रैल को सीधे थाना कटघोरा पहुँचा जहां प्रभारी नवींन देवांगन के समक्ष परिजनों ने अपनी आपबीती उड़ेली,जहां प्रभारी देवांगन ने पीड़ित परिवार को आश्वस्त कर सुमन का जल्द पता लगाने की बात कही थी,पर अभी तक सुमन के विषय मे कोई जानकारी नही मिल पाई है।

वही सुमन के परिवारजनों की माने तो सुमन का मोबाईल नम्बर कभी चालू रहता है तो कभी बंद रहता है। परिवार के सदस्यों ने जब सुमन के मोबाइल नम्बर से सम्पर्क करना चाहा तो एकाएक सम्पर्क हुआ जहां बातचीत में किसी छोटू नाम के युवक से सम्पर्क हुआ जो अपने आप को कटनी निवासी बता रहा था।अब सुमन के मोबाइल नम्बर पर कटनी के युवक का बात करना कई सवाल खड़े कर रहा है।अब माजरा क्या है यह तो समझ से परे है बहरहाल पीड़ित परिवार को कटघोरा पुलिस के आश्वासन पर पूरा भरोषा है की उन्हें जल्द ही उनकी बेटी सकुशल मिल जाएगी।

जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा अपराध की रोकथाम हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं वही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी नितनये उपाय किये जा रहे हैं ताकि इलाके में महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके।अब ऐसे में आदिवासी युवती का लापता हो जाना महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल बना हुआ है वही 5 दिनों से पुलिस को सूचना देने के बाद भी युवती का पता नही चल पाना समझ से परे है।