कटघोरा वनमंडल: जटगा रेंज में अवैध कटाई व ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़ा जोरों पर.. डीएफओ व रेंजर की मौन स्वीकृति

कटघोरा वनमंडल जटगा रेंज में अवैध कटाई कर ज़मीन पर क़ब्ज़ा

कोरबा: कोरबा जिले के कोरबा और कटघोरा वन मंडल लकड़ी तस्करों के निशाने पर हैं। यहां जंगल के भीतर इमारती वृक्षों की बेधड़क कटाई हो रही है और संबंधित रेंजर से लेकर डिप्टी रेंजर एवं मैदानी कर्मियों को कथित तौर पर भनक तक नहीं लग रही जो आश्चर्यजनक है। हालांकि कुछ मामलों में कार्रवाई हुई है लेकिन इसके बाद की खामोशी रहस्यमय हो जाती है। सूत्रों के मुताबिक कटघोरा वन मंडल के जटगा रेंज में वृक्षों की अवैध कटाई व बेजा कब्जा हो रहा है।

कटघोरा में वन एवं राजस्व विभाग की भूमि पर कब्ज़ा कर बेशकीमती वृक्षों सरई, साल की अंधाधुंध कटाई की गयी है। राजस्व विभाग एवं वन विभाग के आला अधिकारी कार्यवाही करने से परहेज कर रहे हैं। इसकी आड़ में सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा कराने में भी कथित तौर पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष साथ दिया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि करीब एक सप्ताह से सुतर्रा नर्सरी एवं नेशनल हाईवे रोड से लगे हुए सरकारी ज़मीन पर स्थित सरई (साल) के 30 से 40 पूर्ण परिपक्व पेड़ों की कटाई का अवैध कार्य किया गया है। सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा कराने में वन एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की महती भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। साल वृक्षों की कटाई करने वाले एक भी व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की जा सकी है और न ही इनका पता लगाया जा सका है।

वन परिक्षेत्र अधिकारी जटगा शहादत खान के जिम्मे यह जंगल है जो ऐतमानगर रेंज भी संभाल रहे हैं। हाथी प्रभावित क्षेत्र से काफी लगाव रखने वाले रेंजर सहादत खान के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं किया जाना सवालों में है। ऐसा भी नहीं है कि अवैध कटाई करने वालों के बारे में रेंजर अथवा इनके ऊपर के अधिकारियों को पता नहीं है लेकिन कार्यवाही करने का रिस्क आखिर कौन उठाएगा? वैसे यह बता दें कि जटगा रेंज के जिस जमीन पर कब्जा हो रहा है, उसे पूर्व में पदस्थ लोगों के द्वारा कब्जा से रोका जा चुका है लेकिन वर्तमान में बेजा कब्जाधारी को संरक्षण प्राप्त होना स्थानीय सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है।