गौरेला: जनपद पंचायत में पुलिया निर्माण के नाम पर जमकर किया जा रहा भ्रष्टाचार

जनपद पंचायत गौरेला में पुलिया निर्माण के नाम पर जनता के टैक्स के पैसों पर जमकर किया जा रहा भ्रष्टाचार

 

 

जीपीएम: जिले के गठन के बाद लोगो मे काफी खुशी इस बात को लेकर था कि जिला बनने के बाद क्षेत्र का विकास तेज़ गति से हो सकेगा लेकिन विकास की गति तो ज्यादा नही बढ़ी पर भ्रष्टाचार जरूर अपने चरम सीमा पर पहुँच चुका है अगर बात करें जनपद पंचायत गौरेला की तो यँहा के ज्यादातर ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की जगह तेज़ गति पुलिया निर्माण कार्य किया जा रहा पुलिया निर्माण इसलिए ज्यादा संख्या में किया जाता है क्योंकि पुलिया के नाम से अधिकारियों को अच्छा खासा कमीशन मिल जाता है साथ ही कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत सरपंच सचिव सहित कार्य करने वाले ठेकेदार को भी पर्याप्त पैसा मिल जाता है

आश्चर्यजनक बात तो ये है कि ग्राम पंचायतों में जिस जगह पुलिया की आवश्यकता ही नही होती है वँहा पर भी अधिकारियों द्वारा मोटा कमीशन लेने के चक्कर मे नियमों के खिलाफ जाकर ले-आउट, बना दिया जाता है साथ ही अधिकारियों द्वारा कार्यों की स्वीकृति भी दे दिया जाता है जिन स्थलों में सिर्फ एक पाइप से पानी निकाला जा सकता है वंही पर 10 लाख तक कि लागत से पुलिया स्वीकृत करना अपने आप मे बड़े स्तर के भ्रष्टाचार को दिखाता है जबकि इन्ही पैसों का उपयोग अन्य विकास कार्यो में यदि किया जाता तो शायद ग्रामों की स्थिति और ज्यादा बेहतर हो सकती थी