विवादित एसडीओ संजय त्रिपाठी के मुख्यालय अटैच आदेश होते ही कर्मचारियो में खुशी की लहर,.

विवादित एसडीओ संजय त्रिपाठी के मुख्यालय अटैच आदेश होते ही कर्मचारियो में खुशी की लहर,.

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही; मरवाही वन वनमण्डल से संजय त्रिपाठी को हटाने संबंधी आदेश होते ही वनमण्डल के एक तिहाई कर्मचारियो में खुशी की लहर देखी गई… गौरतलब है की तानाशाह एसडीओ संजय त्रिपाठी ईमानदार कर्मचारियों को ज्यादा टारगेट करता था अपने भ्रष्टाचार को दबाने छोटे कर्मचारियो को बलि का बकरा बनाया जाता रहा है जिसमे इसके पिछले रिकार्डो में कुछ कर्मचारियो ने बताया है कि इस अधिकारी के भ्रष्टाचार में साथ नही देने पर उसकी छुट्टी लगभग तय होती थी पूर्व प्रताड़ित कर्मचारियो में गिरधर पैकरा, विष्णु जायसवाल, पन्ना लाल जांगड़े, रमेश रजक, मिश्रा जिनको इसके द्वारा खोडरी रेन्जर का अतिरिक्त प्रभार रहते काफी प्रताड़ित किया गया था ।

इसका आतंक यही नही रुका मरवाही रेंज में ईमानदारी से कार्य कर रहे राकेश, पंकज और कमलेश को अपने भ्रष्टाचार छुपाने अन्यंत्र वन मंडल भेज दिया गया था..बता दे की मनरेगा घोटाले में एसडीओ गौरेला के पी डिंडोर एवम् 13 कर्मचारियो के साथ त्रिपाठी भी दोषी था परंतु इस पर कार्यवाही नही हुई..इसी प्रकार लिपिक गुर्जर के खिलाफ रचे हुए षड्यन्त्र रूपी जाल में त्रिपाठी खुद फसते नजर आ रहा है मामले में बुद्धिजीवीयो का कहना है की कर्मो का फल मिलता है अभी मुख्यालय अटैच हुआ है अभी बाकी कर्मो का फल मिलना शेष है.।