पूर्व प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी ने उड़ाया, वित्तीय मैनुअल की धज्जियां..लगभग 10 करोड़ की वित्तीय अनियमितता ?

पूर्व प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी ने उड़ाया, वित्तीय मैनुअल की धज्जियां..

 

 

नियम विरुद्ध दिए गए वन प्रबंधन समिति एवम् वन विकास अभिकरण समितियों को आहरण अनुमति, लगभग 10 करोड़ का वित्तीय अनियमितता 

गौरेला पेंड्रा मरवाही-मरवाही वन मण्डल के संजय त्रिपाठी ने प्रभारी डीएफओ मरवाही रहते गौरेला,पेंड्रा,मरवाही,खोडरी परिक्षेत्रो के अंतर्गत संचालित वन प्रबंधन समिति और वन विकास अभिकरण समितियों को नियम विरुद्ध राशि की नगद आहरण अनुमति दे कर लगभग 80 प्रतिशत पैसे को नगद आहरण कर बंटरबाट किया गया हैं।

विश्वस्त सूत्र अनुसार मरवाही रेंज के समितियों के खाते HDFC बैंक शाखा गौरेला में खुलवाया गया जबकि पहले से मरवाही रेंज के सभी समितियों के खाते मरवाही में स्थित बैंको में संचालित है मरवाही स्थित बैंको के नियम कायदे से परेशान होकर संजय त्रिपाठी ने नया तरीका खोज निकाला और नियम विरुद्ध प्राइवेट बैंक पेंड्रारोड़ में खाता खुलवा राशि को HDFC बैंक खातों में डाला गया और इतना ही नही वित्त विभाग एवम् कलेक्टर के निर्देशों का धज्जियां उड़ाते हुए नगद आहरण एवम अपने करीबी फर्मो के खाते से भुगतान कराया गया।

जबकि शासन से कड़े निदेश है कि कोई भी शासकीय राशि खाते के अतिरिक्त नगद आहरण किया ही नही जा सकता, इस सब आहरण मामले में बैंक मैनेजर एवम समिति सचिव वनरक्षक की भूमिका स्पष्ट है इस खेल में यह भी सूचना मिली है कि समिति का कोई बैठक किये बिना ही अध्यक्ष का फर्जी हस्ताक्षर कर राशि निकाली गई कमीशन के चक्कर में बैंक मैनेजर ने कंधे से कंधा मिला साथ दिया और नियम विरुद्ध शासकीय पैसे का नगदी भुगतान किया गया वर्तमान में जिस प्रकार मरवाही में एक प्रबंधक के खिलाफ वर्तमान कलेक्टर महोदया ने एक्शन ले बर्खास्तगी की कार्यवाही कर राशि वसूली एवम् एफआईआर कराने का आदेश दिया गया है।

वैसे ही है इतने बड़े मामले में भी कार्यवाही की उम्मीद की जा सकती है इस मामले में धनसिंह कवर आदिवासी नेता काग्रेश एवं दुर्गा प्रसाद जिला अध्यक्ष मजदूर काग्रेश ने कलेक्टर को जानकारी दिया गया है परंतु संजय त्रिपाठी ने कुछ कर्मचारियों से मिलीभगत कर मामले को ठंडे बस्ते में रखवा दिया गया है अब देखना होगा कि आगे क्या कार्यवाही होगी। इसी प्रकार संजय त्रिपाठी ने प्रभारी वन मण्डल अधिकारी रहते गगनई नेचर केम्प के नाम सालेह कोटा वन प्रबंधन समिति से भी बिना वन रक्षक और डिप्टी रेंजर के बिना हस्ताक्षर चेक काट पैसा का गबन किया गया है।

ज्ञात हो कि गगनई नेचर केम्प भी अधिकारीयो को गुमराह कर अवैध पक्के निर्माण कार्य के नाम इसने बिना अनुमति के वन संरक्षण अधिनियम 1927 का खुला उल्लंघन किया गया और वन प्रबंधन समिति सालेकोटा में राशि डाल कर राशि का जमकर गबन किया गया है। परंतु इतने बड़े मामले में कोई भी सज्ञान उच्च अधिकारियों द्वारा नही दिया जाना समझ से परे है इसी प्रकार मढ़ना डिपो में नवनिर्मित सी सी रोड के ऊपर डामरीकरण कर वह भी बिना स्वीकृति के ये राशि कहा से आया ये विचारणीय विषय है ।

विभागीय सूत्र बताते है पौधा रोपड़ के लिए स्वीकृत राशि को HDFC बैंक से निकालकर उसका उपयोग डामरीकरण के लिए कर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है सभी बिंदुओं में उच्च स्तरीय जांच आवश्यकता है।