पोड़ी उपरोड़ा/-सरकारी टीचर बना झोलाछाप डॉक्टर, कोरोना काल मे कर रहे इलाज
पोड़ी उपरोड़ा::-कोरबा जिले अंतर्गत पिपरिया संकुल में एक सरकारी टीचर का अजीबो गरीब कारनामा देखने को मिला सरकारी टीचर कई सालों से ‘डॉक्टर’ बनकर प्रैक्टिस कर रहा है।
ज्ञात हो है कि जिले में लगातार झोलाछाप डाक्टरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बिना डिग्री धारी झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। परन्तु एक सरकारी स्कूल का शिक्षक कोरोना काल मे गाँव गाँव घूमकर झोलाछाप डॉक्टर का काम कर रहा है जिसके कारण आये दिन मौत होने का खतरा मंडरा रहा है
दरअसल मामला है पोड़ी उपरोड़ा विकास खंड अंतर्गत पिपरिया संकुल के सीपतपारा मीडिल स्कूल का जहाँ पदस्त शिक्षक घनश्याम प्रशाद कोशले जो कि कोरोना काल मे झोलाछाप डॉक्टर का काम कर रहे हैं ,,,
एक टीचर द्वारा कोरोना काल में इस तरीके से झोला छाप डॉक्टर का कार्य करना ग़ैर जिम्मेदाराना है सरकारी कर्मचारी द्वारा शासन के नियमाविरुद्ध झोलाछाप डॉक्टर का कार्य करना , शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग की छवि को घुमिल करता हैं …
इस सम्बंध में टीचर घनश्याम प्रशाद कोशले से जानकारी लेने पर उनका अजीबो गरीब जवाब मिला उन्होंने कहा कि अभी तो अवकाश चल रहा हैं इसलिए मैं डॉक्टर का काम कर रहा हूँ उनके मुताबिक बिना डॉक्टर की पढ़ाई के कोई भी शिक्षक डॉक्टर का कार्य सकता है इस महामारी कोरोना काल मे लोगो की जान के साथ में इस तरीके का खिलवाड़ करना गलत नही है ….
शासन प्रशासन की नाक के नीचे ऐसे झोला छाप डॉक्टर बिना किसी भय के लोगो की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है मगर जिम्मेदार अधिकारी की तो नीद से जागने की फुर्सत ही नहीं है
अब आगे यह देखना होगा कि शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या कार्यवाही करते हैं ।।