कटघोरा: रात के अंधेरे में शहर के भीतर फर्राटे भर रहे भारी वाहन ..न पुलिस का ख़ौफ़ न ट्रैफिक का डर.. .

कटघोरा: रात के अंधेरे में शहर के भीतर फर्राटे भर रहे भारी वाहन ..न पुलिस का ख़ौफ़ न ट्रैफिक का डर.. .

कोरबा/कटघोरा: कटघोरा शहर के भीतर बढ़ती दुर्घटनाओं को लेकर कटघोरा वासियों की मांग पर जिला कलेक्टर संजीव झा द्वारा कटघोरा शहर में 24 घण्टों के लिए नो एंट्री का आदेश जारी किया गया। जिसके बाद कटघोरा पुलिस द्वारा लगातार चेकिंग पॉइंट लगाकर जांच भी की जा रही है। लेकिन रात के अंधेरे में अभी भी शहर के भीतर से भारी वाहनों का आवागमन लगातार जारी है। भारी वाहन चालक जल्द शहर पार करने के चक्कर में अपने वाहन काफी तेज रफ्तार में भगाते नज़र आते हैं। तेज़ रफ़्तार से दुर्घटना का खतरा लगातार बना रहता है।

कलेक्टर द्वारा नो एंट्री का आदेश आने के बाद प्रशासन द्वारा तीनों मुख्य मार्ग पर नो एंट्री का सांकेतिक बैनर तो लगाया गया लेकिन बैनर इतना छोटा है कि दूर से भारी वाहन चालकों को यह नज़र नही आता है। जिसकी वजह से ये वाहन चालक बेधड़क शहर के भीतर घुस जाते हैं। पुलिस प्रशासन तो अपना प्रयास हर सम्भव कर रही है लेकिन शहर के बाहर यातायात विभाग द्वारा वहानों की चेकिंग तो की जा रही लेकिन भारी वाहन चालकों को यह समझाइस तक नही दी जा रही है कि शहर में नो एंट्री लागू है और वे अपने वाहन बायपास से लेकर जाए। लेकिन चकचकवा पहाड़ के नीचे पेट्रोल पंप में लगातार भारी वाहनों पंप का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे यहां पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

शहर में ट्रैफिक पुलिस की है सख्त जरूरत.

कटघोरा नगर में बढ़ते ट्रैफिक को लेकर नगर वासियों की लम्बे समय से ट्रैफिक पुलिस की मांग रही है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अभी तक शहर में ट्रैफिक पुलिस का कोई इंतजाम या व्यवस्था नही की गई है। जबकि शहर के भीतर से अन्य राज्यों के लोग होकर गुजरते हैं। और यातायात का दबाव हमेशा बना रहता है। रविवार बाज़ार के दिन जयस्तंभ चौक के आसपास भारी भीड़ होने की वजह से दुर्घटना का खतरा सबसे अधिक बना रहता है। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का होना अत्यंत आवश्यक महसूस कर रहे कटघोरावासी।