मरवाही: ट्रांसफर होने के बाद भी नही छोड़ रहे कुर्सी , कुर्सी एक अफसर दो…आयुक्त नही चला पा रहे कलम..

मरवाही: ट्रांसफर होने के बाद भी नही छोड़ रहे कुर्सी , कुर्सी एक अफसर दो…आयुक्त नही चला पा रहे कलम..

गौरेला -पेंड्रा -मरवाही: जिले के मरवाही जनपद सीईओ राहुल गौतम का तबादला होने के बाद भी कुर्सी छोड़ने का मन नहीं कर रहा है , नए सीईओ नारद मांझी की पोस्टिंग मरवाही में शासन द्वारा की जा चुकी है लेकिन साहब है की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है जिससे की शासन के आदेश की खुलेआम धज्जियां भी उड़ रही है एवम् शासन पर अतिरिक्त राशि का भी भार पड़ रहा है।

कहते है की कुर्सी साहब लोगो के लिए सिंदूर जैसी होती है जैसे सिंदूर महिलाओं को सुहागन बनाती है वैसे ही कुर्सी साहब जी के चेहरे पर चमक रखती है , कुर्सी का मोह किसे नहीं होता है , अब देख लीजिए भूपेश बघेल सरकार में सीईओ मरवाही की कमान संभालेंगे वाले सीईओ राहुल गौतम का तबादला होने के बाद भी साहब कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है , हालात ये है की कमरा एक , पद एक , कुर्सी एक , किंतु साहब दो हो गए है , हालात ये है की नए सीईओ नारद मांझी को प्रभार नही मिलने की वजह से बिना कार्य दिन गुजारना पड़ रहा है।

कुर्सी एक , साहब दो..

मरवाही जनपद पंचायत में 2 सीईओ के रहने से कोष पर लाखो रुपए का मासिक भार भी पड़ रहा है , स्तिथि ये है की जनपद पंचायत से अपने मूल विभाग में जाने को राहुल गौतम तैयार नहीं है शासन से आदेश जारी हो चुका है । किंतु तबादला होने के बाद भी सीईओ राहुल गौतम कई महीनो से जनपद की सुविधाओं का लाभ ले रहे है , सूत्रों की में तो इस मामले में आयुक्त की नही चल पा रही है , यही वजह है की कई महीने बीत जाने के बावजूद भी राहुल गौतम रिलीव नही हुए है।

जबकि नए सीईओ की पोस्टिंग होने पर राहुल गौतम को उनके मूल विभाग ने भेज दिया गया है , परंतु मरवाही में प्रशासनिक कार्यों में रुचि से ज्यादा कुर्सी को लेकर रुचि देखने को मिल रही है , सीईओ को निम्न तारीख को तबादला हो चुका है , नए अफसर तत्काल पद संभालने आ गए परंतु पुराने अफसर सीट छोड़ने को तैयार नहीं है ..

ऐसे में यह सवाल है की आखिर एक कुर्सी के दो दावेदारों से कुर्सी कब मुक्त होगी , जब जिले में आरोपों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है तो फिर आयुक्त राहुल गौतम को रिलीव करने अपनी कलम क्यों नही चला रहे है।