CM भूपेश बघेल का मोदी सरकार पर वार, जानें क्या कुछ कहा..

CM भूपेश बघेल का मोदी सरकार पर वार, जानें क्या कुछ कहा..

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया के साथ विशेष इंटरव्यू क दौरान राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के मामले पर केंद्र की बीजेपी नीत नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी के मामले को कारोबारी गौतम अडानी से जोड़कर सरकार को घेरा.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अडानी को लेकर सवाल पूछे जाने पर संसद में माइक बंद करा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार एक ऐसा प्रस्ताव संसद में पारित करा दे कि अडानी के बारे में सवाल नहीं पूछना है.

क्या बोले भूपेश बघेल?

सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ”अडानी के मामले में सत्ता पक्ष बहुत ही असहज महसूस कर रहा है. अडानी के मामले में कोई सवाल नहीं पूछा जा सकता है. अगर कोई सवाल पूछेगा तो उसे चुप करा दिया जाएगा, माइक बंद करा दिया जाएगा, उसकी सदस्यता रद्द करा दी जाएगी. मैं तो भारत सरकार से कहना चाहूंगा कि एक रिजोल्यूशन क्यों नहीं पास कर देते कि अडानी के मामले में इस देश में कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा. ..क्योंकि अडानी ही भारत है, इसलिए उससे सवाल नहीं पूछा जाएगा. ये प्रस्ताव कर देना चाहिए. सारी कवायद, जितना भी घटनाक्रम है वो सब उसी कारण से हो रहा है.”

सीएम बघेल ने आगे कहा, ”अब छह महीने रहना चाहिए सांसद को, मकान तक खाली करा दूं, उसमें भी कोई दिक्कत नहीं, सदस्यता तक रद्द करा देते हैं. माइक बंद.. सब कुछ बंद करा देना है तो एक प्रस्ताव ही क्यों नहीं पारित कर देते हैं, उसके बाद तो देश पूछना ही बंद कर देगा सवाल कि अडानी के बारे में सवाल नहीं करना है.”

तीन मिनट में सदन स्थगित हो रहा है’

सीएम बघेल ने कहा, ”अभी राहुल जी की सदस्यता समात हो गई, तब भी क्या सदन चल रहा है? मतलब विपक्षी सदस्य न पूछ पाएं, इसलिए तीन मिनट में सदन स्थगित हो रहा है. पहली बार हो रहा है कि दूसरा-तीसरा सप्ताह हो रहा है, जिसमें लोकसभा-राज्यसभा चलने नहीं दी जा रही है. मामला लोकसभा का था, राज्यसभा में क्यों?

अडानी के मुद्दे पर तीन बड़ी बातें क्या चाहते हैं?

कांग्रेस कारोबारी गौतम अडानी के मुद्दे पर तीन बड़ी बातें क्या चाहती है? यह पूछे जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ”अडानी के मामले में जब से हिंडनबर्ग पेपर बाहर आया, उसके बाद उनकी संपत्ति में गिरावट आई, कितने बार शेयर बाजार.. वर्षों बाद ये स्थिति आती है कि बीच में उसको क्लोज कर दिया गया. हम लोग तो ज्यादा समझते नहीं शेयर बाजार को लेकिन जो अफरा-तफरी मची शेयर बाजार की, उसके बारे में जानते हैं और देश और दुनिया में क्या स्थिति हैं, उसके बारे में जानते हैं.”

उन्होंने आगे कहा, ”सबसे बड़ा सवाल ये हैं कि जो राहुल जी ने सवाल पूछा कि अडानी जी प्रधानमंत्री के साथ कितनी बार विदेश यात्रा पर गए, प्रधानमंत्री की यात्रा के बाद कितने-कितने काम उन देशों में अडानी को मिले, तीसरी बात ये है कि अडानी जी के पास इतना पैसा कहां से आया जो 20 हजार करोड़ शेल कंपनियों में पैसा गया है, वो किसका था? सवाल तो इतना ही है. इस सवाल से बचना क्यों चाहती है सरकार?”