पाली- तानाखार : क्या कांग्रेस के गढ़ को भेद पाएंगे भाजपा के उइके या गोगपा करेगी राज ? त्रिकोणीय खेल में किसके सिर होगा ताज
पाली- तानाखार : क्या कांग्रेस के गढ़ को भेद पाएंगे भाजपा के उइके या गोगपा करेगी राज ? त्रिकोणीय खेल में किसके सिर होगा ताज
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कोरबा/पाली- तानाखार:-मतदान की तारीख को महज आज का दिन शेष रह गया है और बीते बुधवार शाम 5 बजे से चुनावी शोरगुल भी थम गया है। जहां अब प्रत्याशी घर- घर जाकर अपने अपने पक्ष में मत मांग रहे है। कोरबा के चार विधानसभा क्षेत्र में पाली-तानाखार विधानसभा की बात करें तो चुनावी खेल त्रिकोणीय होने के साथ ही बेहद दिलचस्प दिख रहा है। जिसमे कांग्रेस से श्रीमती दुलेश्वरी सिदार भाजपा प्रत्याशी रामदयाल उइके व गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के तुलेश्वर मरकाम द्वारा अपने अपने पक्ष में माहौल बनाने पूरा दमखम झोंक दिए है।
आपको बता दें कि पाली- तानाखार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी की ताकत उसकी परंपरागत वोट को लेकर है। जिस पार्टी के प्रत्याशी रामदयाल उइके यहां से लगातार 3 बार जीत हासिल करते आए है। किंतु गत विधानसभा चुनाव के दौरान उइके ने भाजपा का दामन थाम लिया और इस पार्टी से प्रत्याशी बन गए, तब जोगी जनता कांग्रेस पार्टी से पाली तानाखार सीट पर बतौर चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे मोहितराम केरकेट्टा को आनन फानन में कांग्रेस प्रवेश करा उन्हें प्रत्याशी बनाया गया और तब एक तो परिवर्तन की लहर और दूसरी कांग्रेस के गढ़ में मोहित अप्रत्याशित मतों से जीत हासिल किए। जहां जीत के आसार में दिख रहे गोंगपा दूसरे तथा भाजपा तीसरे नंबर पर रहा। इस बार इस सीट में चुनावी खेल बेहद रोचक नजर आ रहा है क्योंकि कांग्रेस के मौजूदा विधायक रहे केरकेट्टा के कार्यों से असंतुष्ट पार्टी ने उनके स्थान पर पाली जनपद पंचायत की अध्यक्ष रही श्रीमती दुलेश्वरी सिदार को मैदान में उतारा है तो भाजपा ने पुनः रामदयाल उइके पर विश्वास जताया है।
वही गोंगपा के प्रत्याशी तुलेश्वर मरकाम है। ऐसे में कांग्रेसी गढ़ में तुलेश्वरी की जीत को लेकर कांग्रेस पार्टी आश्वस्त है तो भाजपा भी रामदयाल उइके की जीत इस बार पक्का मान रही है क्योंकि उइके इस विधानसभा के सबसे लोकप्रिय नेता माने जाते है और इस क्षेत्र की जनता से उनका सीधा जुड़ाव है तथा बीते 5 वर्षो में उन्होंने लोगो के बीच जा- जाकर नाम छाप बताने के कोई भी मौके हाथ से नही जाने दिए है।
गोगपा भी पूर्व की भांति अपनी जीत सुनिश्चित करने में लगा है। अब यह तो पाली तानाखार की जनता आने वाले कल में ही तय करेगी कि आगे 5 साल कौन उनका राजनेता होगा जो इस विधानसभा में विकास को प्राथमिकता दे व जनता के सुख- दुख में उनके सहभागी बन सके ?