गौरेला पेंड्रा मरवाही: भ्रष्टाचार में लिप्त लिपिक सिदार , शिकायत की कोई सुनवाई नहीं, ज्ञापन देने के इतने दिनो बाद भी कार्यवाही नही,
गौरेला पेंड्रा मरवाही; गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सकोला तहसील में पदस्थ लिपिक डंकेश्वर सिंह सिदार गंभीर आरोपों से घिरा हुआ है, भ्रष्टाचार ,वसूली जैसे गंभीर आरोपो से घिरे लिपिक की लिखित शिकायत अधिवक्ता संघ, भाजपा नेता, जनप्रतिनिधियों के द्वारा जिला प्रशासन को की गई थी, परंतु लंबे समय के बाद भी उक्त मामले में किसी प्रकार की कार्यवाही ना होना, अपने आप में चिंता का विषय है,
गौरतलब है की जिले के अधिवक्ता संघ के द्वारा कुछ दिनों पूर्व जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया था की जिले के सकोला तहसील में पदस्थ लिपिक सिदार के द्वारा लगातार भ्रष्ट कार्य किया जाता रहा है, उसके बावजूद इतने दिनो के बाद किसी प्रकार की कार्यवाही का ना होना अधिकारियो की उदासीनता को प्रदर्शित करता है, इसमें सोचनीय विषय यह है की जब नवनिर्मित जिले में वकीलों की सुनवाई ही नही हो पा रही है तो आम जनता की सुनवाई कैसे होगी,भ्रष्टाचार में लगाम कैसे लगेगा, राज्य सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त राज्य की मंशा कैसे पूरी होगी,
सुशासन की सरकार में एक राजस्व के कर्मचारी के द्वारा भ्रष्टाचार करना,
जिले का राजस्व विभाग भ्रष्टाचार की अपनी अलग गाथा लिखने को जा रहा है, नवनिर्मित जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ जहां अधिवक्ता संघ लगातार मोर्चा खोले हुए है, लगातार राजस्व अधिकारियों का तबादला हो रहा है, लेकिन उसके बावजूद अधिकारियों और कर्मचारियों का रवैया बदलने का नाम नहीं ले रहा है,
अधिवक्ता संघ ने जिला प्रशासन को सौंपा था ज्ञापन,
जिला प्रशासन को दिए ज्ञापन में अधिवक्ताओं ने बताया था की सकोला तहसील में पदस्थ लिपिक सिदार के द्वारा अधिवक्तागणों के साथ दुर्व्यवहार एवं अभद्र तरीके से व्यवहार किया जाता है एवं प्रकरणों की सही जानकारी नहीं प्रदान की जाती है तथा प्रत्येक कार्यों में पैसे की मांग की जाती है और कहा जाता है कि पैसा नहीं दोगे तो काम आगे नहीं बढ़ेगा। तहसील के सारे कार्य ठप पड़े हुए हैं। सहायक वर्ग 3 (लिपिक) सिदार के द्वारा उक्त कृत्य से अधिवक्तागणों को कार्य करने में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उक्त सहायक वर्ग 3. (लिपिक) सिदार पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई थी,