बेटी के साथ यौन शोषण मजदूर पहुंचा जिला कार्यालय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक

गौरेला पेंड्रा मरवाही: बेटी के साथ यौन शोषण मजदूर पहुंचा जिला कार्यालय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक की लिखित शिकायत मामला ग्राम पंचायत धरहर के इंटक पंचायत अध्यक्ष लक्छमण सिंह की बेटी के साथ उमरिया मध्यप्रदेश निवासी महेंद्र सिंह के साथ गहनिया रखने की बात दोनों परिवार के बीच होने के बाद महेन्द्र सिंह लड़की के घर ग्राम पंचायत धरहर मरवाही में आकर रहने लगा था चार माह तक साथ में रहने के बाद जब सादी की तारिक तय हो गई उसी बीच महेन्द्र सिंह अपने गांव उमरिया मध्यप्रदेश भाग गया और सादी से इंकार कर दिया साथ लड़की के मां बाप को धमकी देने लगा जो करना है,

कर ले मैं सादी नही करूंगा जिससे लड़की व लड़की के मां बाप काफी परेशान होने लगे और किसी तरफ से कोई आसरा ना मिलता देख अपनी समस्या इंटक के ब्लाक अध्यक्ष बलराम देवगन के पास बताई जिसके बाद बलराम देवगन ने जिला अध्यक्ष इदरीस अंसारी को मामले की पूरी जानकारी दी जिसके बाद अध्यक्ष ने लिखित में शिकायत मजदूर से ली जिसके बाद अध्यक्ष ने महेंद्र सिंह को तीन दिन का समय दिया की आपसी सहमति से मामले को सुलझा ले लेकिन महेन्द्र सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया जिसके बाद अध्यक्ष ने लिखित शिकायत पुलिस अधिक्षक महोदया को दी और कार्यवाई करने की मांग की जिसके बाद पुलिस अधिक्षक महोदया ने तत्काल मरवाही t i को आदेश दिया और कल मरवाही थाने में महेंद्र सिंह के खिलाफ f i r दर्ज कराई गई जिसके बाद पुलिस महेंद्र सिंह की खोज में लगी है जिसके बाद लड़की के मां बाप इंटक अध्यक्ष इदरीस अंसारी का रोते हुए धन्यवाद किया इसीलिए कहते है,

जिसका कोई नही उसका खुदा है आज जिला जिला जी पी एम में अगर मजदूर गरीब के लिए कोई काम कर रहा है तो इंटक अध्यक्ष इदरीस अंसारी अपनी टीम के साथ इसीलिए जिला जी पी एम में उन्हें मजदूरों के मसीहा की उपाधि दी गई है और इस बात से कोई इनकार भी नहीं कर सकता है इंटक कार्यालय में शिकायत करते ही गरीब मजदूर के हक आधिकार के लिए इंटक परिवार तत्काल भीड जाते है और उस गरीब मजदूर को इंसाफ़ दिलाकर ही दम लेते हैं,

इसी तरह अगर अगर इंटक परिवार जिला में काम करता रहा तो वो दिन दूर नहीं की की मजदूरों गरीब आदिवासी महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार के अन्याय को करने से पहले हजार बार आदमी को सोचना होगा इंटक परिवार के इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद करता हूं और आगे भी इंटक संगठन के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं अब आगे देखना होगा कि कोई राजनीतिक दबाव का शिकार ना बन जाए