छत्तीसगढ़ : कवर्धा जिले में सुनियोजित दंगा के विरोध में सर्व हिन्दु समाज द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन।

रायपुर/रितेश गुप्ता:: छत्तीसगढ़ का कबीरधाम जिला संत श्री कबीरदास जी के नाम से जाना-पहचाना जाने वाला शहर (कवर्धा) जिले में असामाजिक तत्व व विशेष समुदाय के द्वारा सामाजिक समरसता को बिगाड़ने के नियत से सुनियोजित दंगा कर सर्व हिन्दु समाज के प्रतीक भगवा ध्वज को जिस तरह पैरो तले कूचला गया व हिन्दु समाज के द्वारा विरोध करने पर हिन्दु समाज के ऊपर विशेष समुदायों के द्वारा कातिलाना हमला कर अपने धर्म के समर्थन में नारेबाजी करके शहर में घुमकर दुकानों व प्रतिष्ठानों बंद करवाना व जान से मारने की धमकी देने जैसे आपराधिक कृत्य और भारतीय न्याय पालिका के अनुसार अपराध की श्रेणी में आता है। कवर्धा नगर के रहवासी उदवेलित (आक्रोशित) विशेष समुदाय द्वारा किये गये कृत्य भारतीय संविधान एवं न्याय पालिका की खुली अवहेलना है और एक विशेष समुदाय का तालिबानी शासन के प्रति आस्था प्रकट करता है, जो कि अति निंदनीय है। जिस प्रकार की घटना रविवार को कवर्धा में घटित हुई है उससे पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के आपसी सौहार्द्र व सामाजिक समरस्ता धूमिल हुई है। जो पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय है। रविवार को घटना को अंजाम देने में विशेष सामुदाय के द्वारा तैयारी किया गया था। उससे सर्व हिन्दु समाज सहित नगर वासी बहुत आक्रोशित है। कवर्धा में घटित घटना को सोशल मीडिया, वीडियो फूटैज देखने से लगता है कि प्रदेश में हिन्दु समाज य प्रदेश की जनता किसी भी स्थिति में अपनी धार्मिक भावना के विपरीत किये जाने वाले किसी भी कृत्य के लिए सनातन परम्परा के अनुसार हर स्थिति में हिन्दु परम्परा की रक्षा के लिए सदैव तैयार है। सनातन परम्परा के अनुसार हिन्दु समाज अपनी धार्मिक भावनाओं को संरक्षित करने के लिए सदैव तत्पर है तथा हिन्दु समाज के विरोध में हुये इस घटना को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन करने को तैयार है।

दिनांक 05.10.2021 को छत्तीसगढ़ विश्व हिन्दू परिषद द्वारा रविवार को घटना को लेकर कवर्धा बंद का आह्वाहन किया गया था। जिसमें सर्व हिन्दू समाज द्वारा शांतिपूर्ण रूप से पैदल मार्च कर घटित घटना का विरोध स्वरूप बंद के अहवाहन एवं चक्का जाम का आयोजन किया गया था। जिसमें शासन द्वारा सर्व हिन्दू समाज के शांति पूर्वक किये जा रहे विरोध को बरबरता पूर्वक लाठी चार्जकर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित हिन्दू समाज के आम जन को दौड़ा-दौड़ा कर गंभीर रूप से चोट पहुंचाकर लाठी चार्ज किया गया जिसमें कई व्यक्ति गंभीर रूप से चोटित हुए हैं और केवल हिन्दू समाज के व्यक्तियों शासन / प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए ऐसी धाराओं में अपराध दर्ज करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें जवाब नहीं मिल पाय जबकि जिस समाज विशेष द्वारा कवर्धा में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ा गया है। उस समाज विशेष के केवल (3) व्यक्ति के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया है। जबकि हिन्दू समाज के लगभग 70 व्यक्तियों को निशाना बनाकर अपराध दर्ज किया गया है।

आज विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस लेकर कवर्धा में घटित 2/3

वास्तविक जानकारी प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रानिक मीडिया को अवगत कराया गया दोपहर 3.00 बजे महामहिम राज्यपाल महोदया जी से विश्व हिन्दू परिषद का प्रतिनिधी मंडल द्वारा सौजन्य भेट किया गया। महामहिम महोदया जी को घटना के दिन से लेकर आज तक का घटना क्रम की सम्पूर्ण जानकारी दिन्दुवार प्रतिनिधी मंडल द्वारा दी गई। जानकारी के उपरांत राज्यपाल महोदया जी द्वारा सर्व हिन्दू समाज को आश्वस्त किया य स्वयं रोष प्रकट करते हुए इस घटना में शामिल लोगों व शासन प्रशासन के द्वारा पक्षपात करवाई करके कवर्धा सहित प्रदेश में माहौल खराब करने वाले जो भी व्यक्ति होगा उसे बक्शा नहीं जावेगा। राज्यपाल महोदया जी ने तुरत इस घटना को लेकर प्रदेश के पुलिस • महानिर्देशक डी. एम. अवस्थी जी से बात की एवं सारी घटना से अवगत कराते हुए सम्पूर्ण जानकारी राज्यपाल महोदय जी ने मांगी है एवं प्रतिनिधी मंडल को शीघ्र से शीघ्र उचित कार्यवाही करने की बात कही है।

1. दुर्गेश देवांगन पर जानलेवा हमला करने वाले तथा धारदार हथियारों का उपयोग,करने वाले असामाजिक अन्य समुदाय के लोगों को चिन्हित कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये।

2. हिन्दू समाज के निर्दोष लोगों को जिन्हें गिरफ्तार किया गया है तथा प्रभावित किया,जा रहा है उन सभी को सभी गंभीर धाराये हटाते हुए तुरंत प्रभाव से निर्शत रिहा किया जाये।

3. इस पूरी घटनाक्रम तिथि 03.10.2021 से आज तक कवर्धा के प्रशासन के द्वारा जो गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया गया तथा निर्दोष नागरिकों के उपर बेवजह लाठी चार्ज किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में हिन्दू समाज के नागरिक चोटिल हुए इन सभी घटना क्रमों के जिम्मेदार जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं स्थानीय थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाये।

शासन प्रशासन द्वारा पक्षपात पूर्ण किये जा रहे कार्यवाही का सर्व हिन्दू समाज द्वारा

सड़क पर उतरकर विरोध किया जायेगा जिसकी जवाबदारी अब शासन / प्रशासन की होगी।