छत्तीसगढ़ राज्य के सभी चौक चौराहों पर स्वतंत्रता संग्राम में शहीद महापुरुषों के नामकरण हेतु छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा शासन प्रशासन को सौंपा गया ज्ञापन
कोरबा/: छत्तीसगढ़ राज्य विभाजन होने के बाद से अब तक छत्तीसगढ़ राज्य के सभी चौक चौराहों पर स्वतंत्रता संग्राम में अपनी जान गंवाने वाले वीर शहीद व वीर महापुरुषों का स्तंभ छत्तीसगढ़ राज्य के चौक चौराहों पर नहीं दिखता तथा अन्य प्रांत से आए बाहरी मारवाड़ियों व बिहारियों द्वारा लगातार चौक चौराहों का कब्जा किया जा रहा है ।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति जनजाति बाहुल्य राज्य है छत्तीसगढ़ राज्य में एक प्रकार से अन्य प्रांत के व्यक्तियों द्वारा धर्म के नाम पर एवं चौक चौराहों पर अपने बाहरी पुरखा एवं देवता धामी कस्तम बनाया जा रहा है तथा बहुतायत मात्रा में भोले भाले किसानों तथा आदिवासियों की जमीनों को बिना पूछें तथा बिना ग्राम सभा किये बाहरी व्यक्तियों द्वारा लगातार बेजा कब्जा किया जा रहा है।
इस प्रकार छत्तीसगढ़ राज्य के अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति,आदिवासियों के लोक संस्कृति,कला संस्कृति,देवता- धामी,पुरखा एवं स्वतंत्रता संग्राम में हुए शहीद तथा वीर महापुरुषों की धरोहर तथा मान सम्मान व उनकी यादों को सुनियोजित तरीके से मिटाने का कार्य किया जा रहा है। इस विषय को लेकर आज छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा जिला कोरबा के कार्यालय नगर पालिका परिषद दीपका कोरबा मैं सेनानियों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है एवं साथ चेतावनी दी गई है कि जितने भी बैनर बोर्ड एवं मूर्ति चौक चौराहों पर बिना सूचना वह बेवजह लगाए गए हैं उसे तत्काल हटाया जाए अन्यथा आने वाले समय में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा इसका विरोध किया जाएगा।