छत्तीसगढ़ : पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों में आक्रोश 15 दिसंबर को करेंगे धरना प्रदर्शन एवं nps निजीकरण धिक्कार रैली.

पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों में आक्रोश 15 दिसंबर को करेंगे धरना प्रदर्शन एवं nps निजीकरण धिक्कार रैली.

छत्तीसगढ़ अंशदायी पेंशन कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले विगत 28 नवम्बर को रायपुर कलेक्ट्रेट गार्डन में प्रांताध्यक्ष राकेश सिंह के अगुवाई में बैठक सम्पन्न हुई, बैठक में राज्य सरकार की वादाखिलाफी से नाराज प्रदेश के समस्त विभाग के कर्मचारी लामबंध हो रहे हैं, सत्ताधारी सरकार ने चुनाव से पहले अपने जन घोषणा पत्र के माध्यम से वादा किया था कि 1 नवम्बर 2004 से लागू न्यू पेंशन स्कीम के स्थान पर फिर से पुरानी पेंशन लागू की जाएगी। मगर सरकार द्वारा 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद भी अभी तक कोई पहल उनके द्वारा नही की जा रही है। 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों का रिटायरमेंट हो रहा है, और कई कर्मचारी तो रिटायरमेंट के पहले ही कोरोना काल मे सेवा देते हुए स्वर्गवास हो गए।जिनको अभी मात्र 500 -700 रुपये पेंशन मिल रही हैं। बड़ी विडंबना हैं कि कर्मचारी अपने जीवन का 40- 45 साल सेवा करता हैं, फिर भी पेंशन के हकदार नही। वहीं विधायक, सांसद,मंत्री 5 साल के लिये जनता की सेवा के लिये चुने जाते हैं, इनको 4-4 पेंशन इसके अलावा घर, गाड़ी, मेडिकल सुविधा, बिजली, जल आदि मुफ्त मिलती हैं। अगर न्यू पेंशन स्कीम इतनी अच्छी हैं तो ये राजनेता पुरानी पेंशन क्यो लेते है। खुद क्यों नही ले लेते न्यू पेंशन कर्मचारियों को क्यों दे रहे टेंशन। रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों के लिये बुढ़ापे का एकमात्र सहारा पुरानी पेंशन हैं, जहाँ बुढ़ापे में बेटा बहु साथ छोड़ देते हैं, वहाँ मात्र पेंशन ही एक सहारा होता हैं। जिसको माननीय उच्च न्यायालय ने भी आदेशित कर चुका हैं कि पुरानी पेंशन कोई भीख नही यह समस्त कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार हैं। मगर सरकार की हठधर्मिता के कारण 2004 से नियुक्त कर्मचारियों की रिटायरमेंट होना शुरू हो गयी हैं और उनको नाम मात्र ही पेंशन मिल रही है।ऐसे में राज्य के कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। जिसके चलते प्रांतीय पदाधिकारियो ने यह निर्णय लिया हैं कि 15 दिसंबर को रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा एवं nps निजीकरण धिक्कार रैली निकाली जाएगी। बैठक में उपस्थित प्रांताध्यक्ष राकेश सिंह, रायपुर जिला अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह, बलौदाबाजार जिला अध्यक्ष रमेश नेगी इनके अलावा रोशन भारद्वाज, अजय कड़व, चंद्रशेखर नेताम, लक्ष्मीनारायण, श्रीमती बलविंदर कौर, श्रीमती ज्योति राठौर, एन के बंजारे, ए आर सिन्हा, रोहित बंजारे, ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, अरुण सिंह ध्रुव, कमल चंद्राकर, संतोष जोशी, भारत नेताम आदि मौजूद थे।