कोरबा : कटघोरा क्षेत्र में बेरोकटोक आधा दर्जन अवैध कबाड़ व्यवसाय का होता संचालन, प्रतिबंध के बावजूद आखिर किसके इशारे पर होता कार्य..?
कटघोरा क्षेत्र में बेरोकटोक आधा दर्जन अवैध कबाड़ व्यवसाय का होता संचालन, प्रतिबंध के बावजूद आखिर किसके इशारे पर होता कार्य..?
कोरबा/कटघोरा:- कटघोरा थानांतर्गत कबाड़ियों के हौसले इतने बुलंद है कि इस थाना क्षेत्र में एक या दो नही बल्कि करीब आधा दर्जन अवैध कबाड़ व्यवसाय का संचालन होता चला आ रहा है। जिसका अंदाजा कबाड़ चोरों द्वारा छुरी में 400 केवीए क्षमता वाले ट्रांसमिशन लाइन टॉवर के फुटिंग को काटकर विद्युत सप्लाई लाइन को क्षति पहुँचाने के मामले में कटघोरा क्षेत्र के पांच चर्चित कबाड़ियों के कब्जे से उक्त चोरी का सामान बरामद कर की गई पुलिसिया कार्यवाही से लगाया जा सकता है। हाइटेंशन टावर फुटिश चोरी मामले में जिन कबाड़ियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उसमें कटघोरा कारखाना एरिया के विजय अग्रवाल उर्फ बंटी कुख्यात दो नंबरी कबाड़ व्यवसायी है। जो कबाड़ चोरी एवं तश्करी के मामले में कई बार जेल की हवा खा चुका है। जिसके बाद मोहम्मद सलमान, सलोरा के दो कबाड़ी अशोक कुमार व नागेश्वर तथा छुरीकला से देवास देवांगन जो लंबे समय से अवैध कबाड़ के कारोबार में संलिप्त है। किंतु समझ से परे है कि आखिर किनके इशारे व संरक्षण में ये चर्चित कबाड़ी प्रतिबंध के बावजूद भी अवैध कारोबार का संचालन करते आ रहे है..? जिला पुलिस कप्तान द्वारा जुआ, कोयला, डीजल सहित कबाड़ के धंधे पर पूर्णतः रोक लगाने के दिये गए फरमान के बावजूद ऐसे कार्यों का संचालन होना सोचनीय बात है। जिस निर्देश के पालन में यदि सख्ती बरती जाती तो न ही अवैध कबाड़ का व्यवसाय होता और न ही कबाड़ चोरी की इस प्रकार घटनाएं। एक समय था जब जिले के कानून व्यवस्था की कमान तेज तर्रार पुलिस कप्तान अमरेश मिश्रा के कंधे पर थी। तब उन्होंने पुलिसिंग व्यवस्था इतनी चुस्त- दुरुस्त कर रखी थी कि जिले भर के तमाम दो नंबरी कारोबारियों एवं असामाजिक तत्वों के छक्के छूटने के साथ वे सभी जमीदोज भी हो गए थे। और तब लगता था कि कोयलांचल जिले में अमन- शांति कायम है। लेकिन उनके अन्यंत्र स्थानांतरण के बाद बहाल व्यवस्था ध्वस्त हो गई और अवैध कारोबारी पुनः अपना पांव पसारने लगे। तथा वर्तमान यह स्थिति हो चली है कि अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने निर्देश के बाद भी रोक नही लग पा रहा है। जिसका एक उदाहरण कटघोरा थाना है। जहां कबाड़ के साथ कोयला चोरी, तश्करी का भी खेल परस्पर चल रहा है। ऐसे में बढ़ते दो नंबरी कारोबार एवं अपराध के मामले को देखते हुए अमरेश मिश्रा जैसे पुलिस अधिकारी की आवश्यकता कोरबा जिले में महसूस की जाने लगी है।