मरवाही: ग्राम पंचायत में एक और फर्जीवाड़ा, उपसरपंच ने सांठगांठ कर स्वयम और भाई के नाम से 14 वे 15 वे वित्त से निकाल ली लाखो रुपए……प्रशासन मौन..

मरवाही ग्राम पंचायत में एक और फर्जीवाड़ा, उपसरपंच ने सांठगांठ कर स्वयम और भाई के नाम से 14 वे 15 वे वित्त से निकाल ली लाखो रुपए……प्रशासन मौन

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही: विगत एक वर्षो से मरवाही जनपद के विभिन्न पंचायतों में 14 वें व 15 वें वित्त में करोड़ो रुपयों के डीएससी में घोटाले सामने आ चुके हैं और भी अभी कई पंचायत ऐसे हैं जिनमे आए दिन डीएससी के माध्यम से फर्जीवाड़ा की बात सामने आ रही हैं।। इसी तरह का एक बार फिर फर्जीवाड़ा सामने आया है।मामला है मरवाही ग्राम पंचायत का है जहाँ उपसरपंच आलोक ताम्रकर पर आरोप है कि उन्होंने डीएससी के माध्यम से ग्राम पंचायत के 14 वे व 15 वे वित्त की राशि का स्वयम एवम अपने भाई अशोक ताम्रकार के नाम से लाखों की राशि निकालकर गबन कर लिया गया है।जब उनसे इस सबंध में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा सवाल किया गया तो उनका कहना है कि मेरे द्वारा समान दिया गया है एवम अन्य कार्य कराया गया है इसका भुगतान मुझे हुआ है। जबकि पंचायत राज अधिनियम के धारा के अनुसार कोई भी पंचायत प्रतिनिधि स्वयम के नाम से अथवा अपने परिवार के नाम से कोई भी राशि आहरण नही कर सकता है और ऐसा करना पंचायत राज अधनियम का घोर उलंघन है और इस प्रकार का कृत्य गम्भीर अपराध की श्रेणी में भी आता है। ज्ञात हो कि इस डीएससी घोटाले की पूर्व में भी शिकायत जनपद पंचायत मरवाही में की गयी थी और जिसकी जांच अभी तक लम्बित है।अब देखने वाली बात यह है कि मीडिया में आने के बाद सबंधित डीएससी धारकों व उक्त उपसरपंच के विरुद्ध क्या कार्यवाही होती है।आपको बता दे जनपद मरवाही में विगत एक वर्षों से पंचायत में घोटाले ऊपर घोटाले सामने आ रहे है।लेकिन शाशन प्रशासन मौन धारण करके बैठी है और अभी तक करोङो रुपये के भ्रष्टाचार पर भी आज पर्यंत तक किसी भी प्रकार की कठोर कार्यवाही नही की गई है।जिससे आम जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।अब देखने वाली बात यह है कि जिले का सबसे चर्चित पंचायत मरवाही कब तक भ्रष्टाचार का गढ़ बना रहेगा।