बिलासपुर: तहसील की घोषणा नहीं होने के बाद भी वाह-वाही लेने कांग्रेस नेता पीट रहे है ढोल..

तहसील की घोषणा नहीं होने के बाद भी वाह-वाही लेने कांग्रेस नेता पीट रहे है ढोल

 

 

०० तहसील बनाने के लिए राज्य शासन को कई प्रक्रियाओ का करना पड़ता है पालन 

०० बिना प्रकियाओ के पालन किए प्रचार प्रसार करना विशेषाधिकार हनन के दायरे में आता है 

बिलासपुर: मस्तुरी क्षेत्र के कांग्रेस नेता नागेन्द्र राय पचपेड़ी को तहसील बनाए जाने का ढोल पीटकर वाह-वाही बटोरने का काम कर रहे है जबकि तहसील बनाने की घोषणा भी नहीं हुई है,ऐसे में हवा-हवाई तीर छोड़कर तहसील का रूप नहीं लिया जा सकता है| कांग्रेस नेता के बडबोलेपन का नतीजा यह है कि ये मामला विशेषाधिकार हनन के तहत आता है ऐसे में इनके खिलाफ कार्यवाही भी होने की आशंका है|

मस्तुरी ब्लाक कांग्रेसअध्यक्ष नागेन्द्र राय द्वारा क्षेत्र के कई कार्यक्रमों में यह कहते हुए नजर आते है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पचपेड़ी को तहसील बनाने की घोषणा किया है वही इस कार्य का सारा श्रेय क्षेत्र के नेताओ को जाता है उनके ही प्रयासों से यह संभव हो पाया है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि महज घोषणा कर देने से तहसील का निर्माण नहीं हो जाता इसके लिए विधानसभा में मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्ताव लाया जाता है जिसे राज्यपाल से अनुमोदन पश्चात् राजपत्र में प्रकाशित करा कर वित्त विभाग की अनुमति मिलने के बाद शासन के विभागीय वेबसाइट में ऑनलाइन प्रकाशन उपरांत ही प्रचार-प्रसार कर उपलब्धिया दर्शायी जाती है जिसके बाद ही तहसील के निर्माण का कार्य संभव है इसके लिए कई प्रक्रियाओ का पालन करना अनिवार्य है मगर क्षेत्र के बडबोले नेताजी अपनी ही हांकने में लगे हुए है| बिना तहसील की घोषणा हुए उसका प्रचार-प्रसार करना विधि के अनुरूप विशेषाधिकार हनन के रूप में देखा जा सकता है ऐसे में इन नेताजी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के मामले के तहत कार्यवाही भी हो सकती है|