180 महीने के ब्लैक प्रिंट वाले लोग 18 महीने वाले से ब्लू प्रिंट मांग रहे हैं…बीजेपी पर कांग्रेस मंत्रियों ने किया अब तक का सबसे बड़ा हमला

रायपुर, 7 जुलाई 2020। कांग्रेस सरकार पर कुछ दिनों से हमलावर हो रही भाजपा के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने भी आज जवाबी प्रहार किया। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कृषि मंत्री रविंद्र चैबे और वन तथा आवास, पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि जो लोग 15 बरस में अपने घोषणा पत्र के वादों को पूरा नहीं किया वो कांग्रेस सरकार से 15 महीने का हिसाब मांग रहे हैं।
चैबे ने कहा कि भाजपा का इतिहास रहा है कि कभी भी अपने वादों को पूरी नहीं करती। घोषणा पत्र में उन वादों की लंबी फेहरिश्त है, जिन्हें पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने पूरी नहीं की।

रविन्द्र चौबे ने कहा -180 महीने के कार्यकाल में जिनके सिर्फ़ “ब्लैक प्रिंट” हैं, वो 18 महीने की सरकार से “ब्लू प्रिंट” किस मुँह से माँग रहे हैं? नागरिक आपूर्ति निगम में 36 हजार करोड़ का आर्थिक भ्रष्टाचार व घोटाला किया गया। करोड़ों रूपए एसीबी ने जब्त किए। एसीबी द्वारा जब्त डायरी में ‘सीएम मैडम’ सहित प्रमुख मंत्रियों, नेताओं के नाम थे। घोटाले का पैसा नागपुर और लखनऊ तक गया किन्तु कोई जांच नहीं की गई। रमन सिंह सरकार ने अगुस्टा हेलिकॉप्टर ख़रीद में बड़े गड़बड़झाले किए। पहले ग़लत टेंडर निकाला. फिर तय दाम से अधिक क़ीमत चुकाते हुए सेकेंड हैंड हेलिकॉप्टर खरीदा। कमीशनखोरी के लिए कई फ़र्ज़ी कंपनियां बनीं और इस सबमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की भागीदारी दिखी।

वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि लगातार भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादे किए लेकिन उन वादों को पूरा नहीं किया 2003 में भाजपा ने कहा हर आदिवासी को गाय देंगे किसी आदिवासी को गाय नहीं मिला. बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया, किसी बेरोजगार को भत्ता नहीं मिला। आदिवासी परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया, किसी को नौकरी नहीं मिली. किसानों को 5 हॉर्स पावर का पंप देने का ऐलान किया, किसी को पंप नहीं मिला. साढ़े 15 साल में कोई वादा भाजपा ने पूरा नहीं किया। 15 माह में कांग्रेस सरकार से सवाल पूछ रहे हैं. 2008 में रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी ने किसानों को बोनस 5 हॉर्स पावर का पंप, सरकारी पदों में नियमित नियुक्ति, स्थानीय कलाकारों को अंतर्राष्ट्रीय मंच दिलाने का वादा किया. लेकिन करीना कपूर को छत्तीसगढ़ बुलाकर डेढ़ करोड़ को दिए। मंत्री मोहम्मद अकबर ने आगे कहा कि2013 में भाजपा और रमन सिंह ने धान का समर्थन मूल्य 2100 ₹ देने की पहल करने का वादा किया। इसके लिए चिट्ठी लिखी. एक-एक दाना खरीदी करने का वादा किया, लेकिन कांग्रेस के आंदोलन के बाद 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी किया गया। मोनो रेल मेट्रो रेल चलाने की घोषणा की थी, लेकिन परिचालन तो दूर योजना भी नहीं बना सके। छत्तीसगढ़ को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की बात कही, लेकिन इसके लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी तक नहीं लिख सके। मनरेगा में 150 दिन काम देने की बात कही, लेकिन 38 दिन काम दे पाए।

दरअसल भाजपा की नेताओं को तो यह बताना चाहिए कि 15 साल की सरकार के बाद भी 47% लोग गरीबी रेखा के नीचे क्यों है? कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 36 वादे किए, जिनमें से 22 वादे पूरे किए जा चुके हैं। 244 करोड़ में सिंचाई कर कांग्रेस की सरकार ने माफ किया। 17 लाख 87 हजार किसानों की कर्ज माफी की, इसके लिए 8755 करोड़ की राशि लगी. भाजपा के नेता धान नहीं खरीदने की बात कहते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने रमन सिंह, अभिषेक सिंह, संतोष पांडे से लेकर सारे नेताओं की जानकारी दी। लोहंडीगुड़ा में आदिवासी किसानों को उनकी जमीन वापस की गई। कांग्रेस पार्टी को जनादेश पांच साल के लिए मिला है। सारे वादे 18 महीने में पूरे नहीं किए जा सकते. कांग्रेस 5 साल में अपने सारे वादों को पूरा करेगी. संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर मोहम्मद अकबर ने कहा कि मैं अपने अध्ययन के अनुसार इसे गलत मान रहा था. इसलिए मैंने हाईकोर्ट में इस नियुक्ति के खिलाफ याचिका दायर की थी. हाईकोर्ट ने मेरे आधार को नहीं माना। नियुक्ति को हाईकोर्ट में गलत नहीं माना गया. जब हाईकोर्ट ने संसदीय सचिवों की नियुक्ति को गलत नहीं माना, तो फिर मैं कौन होता हूं उसे गलत ठहराने वाला।