Korba: पसान नायाब तहसीलदार सोना राम साहू भ्रष्टाचार में लिप्त.. नायाब तहसीलदार के ऊपर कार्यवाही के अभाव में सीएम जन चौपाल का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण..

कोरबा/पसान: नायाब तहसीलदार पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप.. सीएम जनचौपाल में होगी शिकायत….

कोरबा: प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जहां एक और भ्रष्टाचार को रोकने लगातार कार्यवाही कर रहे है…उसके बावजूद कोरबा जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है

Korba: पोड़ी उपरोड़ा अनुभाग अंतर्गत नायाब तहसीलदार कार्यालय पसान का है जहां स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा पसान नायाब तहसीलदार सोना राम साहू पर भ्रष्टाचार करने का गंभीर आरोप लगाया गया है..बिलासपुर कमिश्नर को दिए गए आवेदन में बताया गया है की दिनांक 05/04/2022 को कोरबा जिले के शा. उच्च मा. विद्यालय पसान (बस स्टैण्ड के पास) की जमीन को भू-माफिया अवैध रुप से कब्जा करने संबंधित शिकायत जन चौपाल कलेक्टर कोरबा को किया गया था जिसपर पसान नायाब तहसीलदार द्वारा शिकायत में दर्ज खसरा नं. 408 / 8, 408 / 2, 408 / 12 और अन्य रोड़ किनारे कब्जा किये गये भूमि की जांच न कर भू-माफिया से मिलकर उनकी निजी भूमि 390, 391 की जांच कर आवेदन को ही झूठा कर प्रतिवेदन शासन को भेज दिया गया। स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा उक्त भूमि की उच्च स्तरीय जांच कराकर अतिक्रमण को तोड़वाकर भूमि को स्कूल प्रबंधन को हस्तांतरित करने एवं पसान नायाब तहसीलदार एवं पटवारी के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की मांग की है….

नायब तहसीलदार पसान

मामले में पसान नायाब तहसीलदार ने बताया था की उक्त भूमि की जांच पसान पटवारी एवम् राजस्व निरीक्षक द्वारा प्रकाशित समाचारों के आधार पर किया गया है कलेक्टर कार्यालय से किसी भी प्रकार का भूमि जांच का पत्र पसान नायाब तहसीलदार कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है….मेरे उपर लगाए गए आरोप निराधार है…जबकि इसकी शिकायत कलेक्टर से लेकर कमिश्नर तक किया गया है उसके बावजूद पसान नायाब तहसीलदार कार्यालय तक लेटर का ना पहुंचना अथवा जांच हेतु आवेदन मिलने के बाद भी नायब तहसीलदार द्वारा इस बात को नकारना..राजस्व विभाग की कार्य शैली पर सवाल खड़े करता है। साथ ही पसान नायाब तहसीलदार सोना राम साहू की भूमाफियाओं के साथ मिलीभगत को प्रदर्शित करता है… दिलचस्प बात यह है कि भू माफियाओं के साथ नायाब तहसीलदार की ऐसी सेटिंग है कि नायाब तहसीलदार द्वारा अपने ही विभाग की इज्जत को तार-तार किया जा रहा है

स्कूल प्रबंधन समिति

ने बताया की मामले में जमकर लीपा पोती की जा रही है पसान के पूर्व पटवारी एवम नायब तहसीलदार द्वारा भूमाफियाओं के साथ मिलकर राजस्व विभाग को गुमराह किया गया है …अपने अधिकारों का दुरुप्रयोग किया गया है।जिसकी शिकायत बिलासपुर कमिश्नर से कर कार्यवाही की मांग की गई है जल्द ही मामले की शिकायत सीएम भूपेश बघेल से जन चौपाल में कर उचित कड़ी कार्यवाही की मांग की जायेगी…

जाने क्या था मामला…

दरअसल पसान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पसान की जमीन पर अवैध निर्माण पर वीरेंद्र कुमार पाण्डेय, हरिप्रसाद पाण्डेय आदि जो कि वर्तमान उप सरपंच पुत्र ग्राम पंचायत पसान के द्वारा अवैध निर्माण कराया जा रहा था स्कूल प्रबंधन द्वारा जिसकी शिकायत कलेक्टर से लेकर कमिस्नर से करते हुए स्पष्ट रूप से बताया गया था कि विद्यालय की भूमि पुराना विद्यालय भवन के पीछे उत्तर दिशा से लेकर पूर्व दिशा तक मुख्य सड़क मार्ग से लगी हुई है। इस भूमि पर उत्तर दिशा की ओर विरेन्द्र कुमार पाण्डेय, हरिप्रसाद पाण्डेय आदि जो कि वर्तमान उप सरपंच पुत्र ग्राम पंचायत पसान के द्वारा अवैध निर्माण कराया जा रहा है। 65 वर्ष पूर्व से विद्यालय के लिए चिन्हित शासकीय भूमि है जो खसरा नंबर 412 का एक भाग है। इस निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाकर पूर्व निर्मित अवैध भवन को गिराने की कार्यवाही की आवश्यकता बताई गई है। इस मामले की शिकायत के साथ ही यह भी मांग की गई है कि विरेन्द्र कुमार पाण्डेय/हरिप्रसाद पाण्डेय के नाम पर दर्ज भूमि खसरा नंबर 408/8 क, रकबा 0.1010 हेक्टेयर एवं खसरा नंबर 408/2, 408/12, रकबा 0.0400 हेक्टेयर दिलीप केडिया/लक्ष्मण प्रसाद निवासी पेण्ड्रा रोड का नाम राजस्व अभिलेखों में कब, क्यों और कैसे दर्ज हुआ है? इसकी भी उच्च स्तरीय जांच कराकर सभी राजस्व अभिलेखों से भू-स्वामि हक विलोपित किया जाए ताकि शासकीय भूमि पर किए गए कब्जे को भूमाफियाओ से बचाया जा सके…परंतु पसान नायाब  तहसीलदार सोना राम साहू की लापरवाही उदासीनता , से आज कई महीनों के उपरांत भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो सकी….

वही ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सीएम जन चौपाल से अवैध कब्जे को नहीं हटाया गया वहां पर पर कार्रवाई नहीं की गई हमारे द्वारा सीएम जन चौपाल का बहिष्कार कर दिया जाएगा…