मरवाही वनमंडल: प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेश का उल्लंघन: 3 वर्षो से रेंजर के पद पर आसीन उप वनक्षेत्रपाल दरोगा मराबी..

मरवाही वनमंडल: प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेश का उल्लंघन: 3 वर्षो से रेंजर के पद पर आसीन उप वनक्षेत्रपाल दरोगा मराबी..

 

 

मरवाही रेंजर दरोगा मरावी को एसडीओ संजय त्रिपाठी का कहा जाता है एटीएम

मरवाही: मरवाही वन मंडल भ्रष्टाचार की चरम सीमा को पार करते हुए अपनी अलग गाथा लिख रहा है… मरवाही वन मंडल में भ्रष्टाचार करने के ऐसे नायाब तरीके अपनाए जा रहे हैं जिसके बारे में अधिकारी ना सोच सकते ना समझ सकते..

ताजा मामला मरवाही वन मंडल अंतर्गत वन परीक्षेत्र मरवाही का है जहां प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए लगातार तीन वर्षों से रेंजर के पद पर डिप्टी रेंजर दरोगा मरावी पदस्थ है …मरवाही वन मंडल में 4 वन परिक्षेत्र है जहां 3 वन परिक्षेत्र अधिकारी में बदलाव किया जा चुका है परंतु लगातार तीन वर्षो से अधिक समय से दरोगा मरावी को मरवाही वन परिक्षेत्र में रेंजर के पद पर बनाए रखना कही न कही भ्रष्टाचार को अंजाम देने के लिए किया गया है…बताया जाता है की दरोगा मरावी का मरवाही में वन परिक्षेत्र अधिकारी बने रहने के पीछे एसडीओ संजय त्रिपाठी की साजिश है जिससे किए गए भ्रष्टाचार में लीपापोती किया जा सके…

जब कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक स्पष्ट आदेश जारी किया गया है बिना अनुमति अनुमोदन के किसी भी वन क्षेत्रपाल कर्मचारियों की पदस्थापना आदेश जारी नही किया जायेगा

निर्देशित किया गया है कि बिना इस कार्यालय की अनुमति अनुमोदन के वन क्षेत्रपाल/उपक्षेत्रपाल को परिक्षेत्र का प्रभार न देवे , अपरिहार्य कारणों से यदि किसी वन क्षेत्रपाल उपवन क्षेत्रपाल को परिक्षेत्र का प्रभार दिया जाना हो तो औचित्य कारण सहित प्रस्ताव इस कार्यालय प्रेषित परंतु मरवाही में भ्रष्टाचार पैसों का खेल किस तरह हावी है, इसका अंदाजा इस समय विभाग के कार्यप्रणाली से लगाया जा सकता है। अधिकारी व कर्मचारी पैसों के खेल में इस कदर संलिप्त हो गए हैं कि ट्रांसफर होने के बाद भी जाने को तैयार नहीं है। दरोगा मरावी को संजय त्रिपाठी का एटीएम मशीन भी कहा जाता है….अब देखना दिलचस्प होगा की मुख्य वन संरक्षक द्वारा किस प्रकार से कार्यवाही की जाती है ..