Marwahi: वनमंडल – मडना डिपो कैंपस स्थित डीएफओ बंगले का मोह नहीं त्याग पा रहे “घोटालेबाज” संजय त्रिपाठी..
वनमंडल मरवाही – नहीं छूट रहा संजय त्रिपाठी के मन से मडना डिपो कैंपस स्थित डीएफओ बंगले का मोह….
Marwahi: वन मण्डल मरवाही के पूर्व प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी के कारनामों की गिनती लगाना भी आम लोगो के लिए काफी मुश्किल हो चुका है वन मण्डल मरवाही में एक रेंजर के रूप में पदस्थ होने के बाद से ही उनके काले कारनामों के किस्से मरवाही वन मण्डल में शुरू हो गया था इन सबके बावजूद संजय त्रिपाठी अपने ऊंची पहुंच का फायदा उठाते हुए वन मण्डल मरवाही में ही एसडीओ बन गए पर इतने से भी उनकी इच्छाओ पूरी नही हुई तो उन्होंने अपने रसूख के दम पर सभी नियमों को दरकिनार करते हुए वनमण्डल मरवाही के प्रभारी डीएफओ का पद भी प्राप्त कर लिया
प्रभारी डीएफओ बनते ही उनके द्वारा मड़ना डिपो कैंपस में स्थित डीएफओ बंगले में शासकीय राशि का दुरुपयोग करते हुए काफी आलीशान बना दिया गया.. लेकिन थोड़े ही समय मे उनके अवैध गतिविधियों के खबरों से वन विभाग की गिरती छवि को बचाने के लिए उनको डीएफओ के प्रभार से तो हटा दिया गया लेकिन उसके बावजूद आज तक संजय त्रिपाठी द्वारा मडना डिपो स्थित डीएफओ बंगले को खाली नही किया गया इससे ऐसा प्रतीत होता है कि शायद डीएफओ रहते हुए संजय त्रिपाठी द्वारा डीएफओ बंगले को इतना अधिक लग्जरी बना दिया गया था कि अब नए डीएफओ के आने के बाद भी उनके मन से बंगले का मोह खत्म नही हो रहा है..
ऐसे में अब उच्च अधिकारियों मुख्य वन संरक्षक राजेश चन्देले एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी को इस मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए डीएफओ बंगले में हुए खर्च का हिसाब संजय त्रिपाठी से लेते हुए उसकी जाँच करने के साथ साथ तत्काल उनको डीएफओ बंगला खाली करने का आदेश देते हुए संजय त्रिपाठी एसडीओ के लिए आरक्षित बंगला गुरुकुल जाने का निर्देश देना चाहिए क्योंकि यदि संजय त्रिपाठी की मनमानी पर लगाम नही लगाया जाएगा तो उनके द्वारा वन मण्डल मरवाही को अपनी निजी संपत्ति की तरह ही उपयोग किया जाता रहेगा… और आने वाले टाइम में वन विभाग बर्बाद हो जाएगा..;!!