कोरबा: कारीमाटी पंचायत के पूर्व सरपंच शिवशंकर कोर्चे ने सचिव के साथ मिलकर किया जमकर भ्रष्टाचार….कार्यवाही का आदेश जारी..

कोरबा: कारीमाटी पंचायत के पूर्व सरपंच शिवशंकर कोर्चे ने सचिव के साथ मिलकर किया जमकर भ्रष्टाचार….कार्यवाही का आदेश जारी..

 

 

कोरबा: शासकीय आबंटन राशि को विकास कार्यों में लगाने की जगह तत्कालीन सरपंच के साथ मिलकर बंदरबाट किया गया है। कोरबा उप संचालक पंचायत से प्राप्त वार्षिक अंकेक्षण रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। अंकेक्षक द्वारा किए गए व्यय आक्षेप का आज पर्यंत समायोजन नहीं किए जाने के मामले में सीईओ जिला पंचायत से शिकायत उपरांत उपसंचालक पंचायत ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

पंचायतों से पालन प्रतिवेदन मंगाया गया है । जिससे संबंधित पंचायतों में हड़कम्प मचा है। बात करे पोड़ी उपरोड़ा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कारीमाटी की तो यहां 4 लाख 93 हजार 922 रुपए के व्यय पर आपत्ति पाई गई है। वित्तीय वर्ष 2019 -20 में शिवशंकर सिंह कोर्चे सरपंच थे एवं सुकुल सिंह मरावी सचिव थीं । ऑडिटर ने 4 लाख 93 हजार 922 रुपए के व्यय पर आपत्ति की थी। सभी आक्षेप अलग अलग मदों के कार्यों से संबंधित हैं।

जिसके तहत रेत ढुलाई का 16 हजार ,एवं छड़ खरीदी का 75 हजार का व्हाउचर अप्राप्त पाया गया। 5500 रुपए मजदूरी भुगतान का मस्टररोल अप्राप्त पाया । रैन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए 7500 रुपए के ईंट का व्हाउचर अप्राप्त पाया गया। 2 लाख 13 हजार 460 रुपए की लागत से कराए गए कुंआ मरम्मत का प्राक्कलन अप्राप्त मिला। 75 हजार 482 रुपए की लागत से कराए गए प्राथमिक शाला भवन के मरम्मत कार्य का प्राक्कलन गायब मिला।

एक लाख 1 हजार रुपए की लागत से 8 नग नहानी निर्माण का प्राक्कलन अप्राप्त पाया गया हैरानी की बात तो यह है उप सरपंच के लिखित शिकायत के पखवाड़े भर बाद भी यहां जांच करने अफसर नहीं पहुंचे। जिससे उनकी संलिप्तता स्वतः प्रदर्शित हो रही!