कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की हर तरफ हो रही प्रसंशा, कुशल नेतृत्व से बधाइयों का लगा तांता

कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की हर तरफ हो रही प्रसंशा, कुशल नेतृत्व से बधाइयों का लगा तांता

 

 

सीजी: जांजगीर चांपा में बोरवेल में गिरे बच्चे को कल 105 घंटे बाद शकुशल बाहर निकाल लिया गया और ग्रीन कारीडोर बना के उसे अपोलो अस्पताल भी पहुंचा दिया गया जहां उसकी तबियत अब बेहतर है। राहुल को बाहर निकालने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ साथ जिला कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की भी जमकर तारीफ हो रही है।कहा भी जाता है कि जिस सेना का सेनापति कुशल नेतृत्वकर्ता होता है वह सेना विजयपथ में ही बढ़ता है। ये वाक्य जांजगीर चांपा के जिला कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला के उपर फिट बैठता है।

एक ओर जहां मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राहुल को निकालने का काम चल रहा था और स्वयं वे खुद ही घटना में लगातार नजर जमाए हुए थे।वही जिला कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला भी घटना के बाद से ही दिन रात घटना स्थल में मौजूद रहे और समस्त अधिकारी कर्मचारियों को स्वयं दिशा निर्देश दे रहे थे। राहुल के बोरवेल में गिरने के दिन से ही कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला एक्सन मोड़ में थे और वहां लगे अधिकारियों कर्मचारियों की स्वयं हौसला अफजाई कर रहे थे। उनकी नेतृत्व को देखकर ऐसा लग रहा था कि वे राहुल को बोरवेल से सकुशल वापस लाने का संकल्प लिए बैठे थे।

यह उनके दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास का ही परिणाम था कि बोरवेल में फंसे राहुल सकुशल वापस निकाल लिया गया।ज्ञात हो की जांजगीर चांपा जिले के कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की गिनती एक सुलझे हुए व्यवहार कुशल प्रशासनिक अधिकारी के रूप में होती है ! जिनमे धीरता भी है और गंभीरता भी है। जो अपने कार्य के प्रति हमेशा सजग रहते हैं।