कोरबा; सहायक शिक्षकों की पदस्थापना में डीईओ जी पी भारद्वाज पर अवैध वसूली का लगा गम्भीर आरोप

सहायक शिक्षकों की पदस्थापना में डीईओ पर अवैध वसूली का लगा गम्भीर आरोप

 

 

कोरबा; सहायक शिक्षक विज्ञान समूह (टी संवर्ग)की पदस्थापना में चढ़ावा लेकर दिव्यांग एवं महिला अभ्यर्थियों की अनदेखी कर नियम विरुद्ध मनमाने तरीके से पदस्थापना करने के मामले में शिक्षा विभाग सीधे निशाने पर है। मीडिया की खबर पर संज्ञान लेने के बाद तुमान के वरिष्ठ कांग्रेस नेता नसर खान ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर डीईओ की कार्यशैली की लिखित शिकायत की है। जिसमें उन्होंने डीईओ जी पी भारद्वाज पर पदस्थापना के दौरान ऊपर तक राशि पहुंचाना पड़ेगा जैसे तर्कों के साथ सहायक शिक्षकों से अवैध वसूली का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रकरण के जांच की मांग की है। वायरल पत्र ने पूरे जिले में खलबली मचा दी है। प्रकरण में जल्द ही दोषी अफसर नपेंगे।

गौरतलब हो कि स्कूल शिक्षा विभाग की तमाम पदस्थापना प्रकरणों में अब तक 100 से अधिक पद होने पर काउंसलिंग की प्रक्रिया अपनाई जाती रही है। जहां अभ्यर्थियों को पदस्थापना के दौरान विकल्प दिए जाते रहे हैं। जिसका लाभ दिव्यांग व महिला वर्ग के अभ्यर्थियों को विशेष रूप से मिलता रहा है। लेकिन हाल ही के नई नियुक्ति में उक्त नियमों के प्रभावशील नहीं होने की बात कही जा रही। लेकिन इससे जुड़े आदेश अब तक जिलों में प्रसारित नहीं हुए। लिहाजा अधिकारियों के यह दावे अभी भी संशय की स्थिति में है। इसी के साथ शिक्षा विभाग कोरबा द्वारा हाल ही में 12 जून से व्यापमं से चयनित सहायक शिक्षक विज्ञान समूह (टी संवर्ग )की पदस्थापना चर्चा का विषय बना है।

जहां विभाग ने व्यापमं से सीधी भर्ती के तहत चयनित 175 अभ्यर्थियों की पदस्थापना में नियम कायदों को ताक में रख दिया । बिना काउंसलिंग किए शिक्षा विभाग एकल पदस्थापना आदेश जारी कर महिलाओं एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों की अनदेखी कर उन्हें शहर से 50 से 100 किलोमीटर दूर के स्कूलों में पदस्थ कर दिया । वहीं पुरुष अभ्यर्थियों को शहर के स्कूलों में पदस्थापना दे दी। रायगढ़ जिले के खरसिया तहसील के ग्राम टेमटेमा की अभ्यर्थी विनिता पटेल की पस्थापना बैगिनडाँड में कर दी गई है। वहीं जांजगीर चाम्पा जिले के अभ्यर्थी सीमा हंसराज की पदस्थापना पोंडी उपरोड़ा ब्लाक के झिनपुरी में कर दी गई है। यही नहीं उक्त परीक्षा में जिले की टॉपर यास्मि बेगम को शहर से 25 किलोमीटर दूर मूढूनारा कर दिया ।

शिक्षा विभाग के इस आदेश से महिला अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई है। जबकि राजनांदगांव से आए पुरुष अभ्यर्थी चंदन कुमार की शहर से महज 5 किलोमीटर दूर भिलाइखुर्द क्रमांक 3 में पदस्थापना दे दी गई। अभ्यर्थियों ने पदस्थापना आदेश को अव्यवहारिक विसंगति पूर्ण बताते हुए पदथापना आदेश संसोधित करने की गुहार लगाई है। दिव्यांग अभ्यर्थियों को भी शहर से दूर पदस्थापना कर दी गई है। नाराज अभ्यर्थियों ने डीईओ को पत्र लिखकर पदस्थापना आदेश में संसोधन कर अन्यत्र स्कूलों में पस्थापना दिए जाने की गुहार लगाई थी । लेकिन शिकायत के एक सप्ताह बाद भी कोई पहल नहीं हुई । उक्त व्यापक लोकहित की खबर को मीडिया ने प्रमुखता से उठाता आ रहा है।

शासन का ध्यान आकृष्ट कराते आ रहा। मीडिया की खबर पर भले ही प्रकरण में मौन स्वीकृति पर कुम्भकर्णी नींद में सोई जिला प्रशासन ने संज्ञान न लिया लेकिन जनप्रतिनिधियों ने त्वरित संज्ञान लिया है। ग्राम तुमान निवासी नसर खान ने इस प्रकरण में सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर डीईओ जी पी भारद्वाज पर पदस्थापना के नाम पर अवैध वसूली का सनसनीखेज आरोप लगाया । पत्र के माध्यम से उन्होंने अवगत कराया है कि जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा द्वारा मनचाहे स्कूलों में पदस्थापना के नाम पर अपने अधीनस्थों के साथ मिलकर वसूली अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही कई तरह का नियम बताकर अधिकांश नव नियुक्त शिक्षकों से लाखों रुपए लिए हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने अप्पति की तो उन्हें सीधा कहा जा रहा है कि हमें ऊपर तक राशि पहुंचाना पड़ेगा। इस तरह अवैध राशि वसूली कर शासन प्रशासन को बदनाम किया जा रहा।उन्होंने प्रकरण में शीघ्र जांच व कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस नेता के इस वायरल पत्र ने खलबली मचा दी है।

अब बहरहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि इस प्रकरण में जिला प्रशासन शासन का क्या रुख रहता है। वो ऐसे ही मौन स्वीकृति प्रदान कर शासन के निर्देश का इंतजार करती है या फिर त्वरित जांच के आदेश दिए जाएंगे। नाम न छापने की शर्त पर कई अभ्यर्थियों ने बताया कि वे इस पदस्थापना आदेश की विसंगति के विरुद्ध हाईकोर्ट की शरण लेंगे। वहीं पूरे प्रकरण में पर्दे के पीछे पूरा खेल करने वाले दो पुरूष अधिकारियों सहित एक शाखा लिपिक भी जल्द नपेंगे