मरवाही वनमण्डल; सामग्री खरीदी में करोड़ो का भ्रष्टाचार…? बिना सामग्री क्रय किये ही निपटा दिए करोड़ो रूपये. ?

मरवाही वन मण्डल में सामग्री खरीदी में करोड़ो का भ्रष्टाचार…??

बिना सामग्री क्रय किये ही निपटा दिए करोड़ो रूपये.

 

 

कैम्पा शाखा में पदस्थ भूपेंद्र साहू ने प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी और राकेश मिश्रा के कार्यकाल में शातिर तरीके से किया कारनामा…

गौरेला पेंड्रा मरवाही; मामला मरवाही वन मण्डल का है जहां वर्ष 2021-2122 में मरवाही वन मण्डल में कैम्पा मद से नरवा विकास ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर के अंतर्गत स्टॉप डेम, एनीकट निर्माण कार्यो के लिए राशि स्वीकृत किया गया था.. इन सभी कार्यो के सामाग्री चेनलिंग पत्थर , गिट्टी सीमेंट ,रेत, सरिया ,अन्य सामग्री को क्रय किया जाना था जिसे नियम विरुध्द परिक्षेत्र अधिकारियों को अलग कर शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 भूपेंद्र साहू ने प्रभारी डीएफओ और एसडीओ से मिल कर सामाग्री का ऑर्डर निकाला व जिसमे आवश्यक मात्रा से कम मात्रा में सामाग्री परिक्षेत्रों को प्रदाय किया गया और बिल बाउचर वनमण्डल में ही बना राशि बुक किया गया। जिसमें खोडरी, गौरेला और पेंड्रा रेंजों का भुगतान लम्बित है और कार्य भी अधूरे पड़े है विभागीय सूत्र बताते है कि संजय त्रिपाठी और भूपेंद्र साहू ने मिल खोडरी ,गौरेला, रेंजों में स्वीकृत राशि के शेष बचे राशि को फर्म से साथ गाठ कर बुक कर दिया है जबकि कोई भी सामाग्री अगर रेजो के स्थल में प्रदाय किया जाता है !

तो उसका पावती वनमण्डल कार्यालय को दिया जाता है पर बिना पावती के बिना रायल्टी के ही चेक गोपनीय तरीके से काट राशि गबन कर लिया गया है अब मामला जब प्रकाश में आया स्थानीय लोग जो खोडरी रेंज में काम किये है उनके कुछ भुगतान हुआ था और कुछ लम्बित थे जिन्हें पूर्ण रूप से कार्य पूर्णता के पश्चात देना था लेकिन जब मिलान किया गया तो पता चला कि राशि शेष बची ही नही तो सवाल उठता है कि इतने बड़ी राशि गई कहा ..इधर छोटे कर्मचारी चिंतित है कि हर कमी हमारे ऊपर थोप दिया जाता है इस मामले में खोडरी गौरेला पेंड्रा रेंज के सभी समन्धित स्टाप वर्तमान वनमण्डला अधिकारी से मिल इसकी शिकायत करेंगे और स्थल वार बुक किये गए बिल बाउचर का मिलान करवाएंगे और मामले में जो भी दोसी पाए जाएंगे उस पर कड़ी कार्यवाही की माँग करेंगे?

मिली जानकारी अनुसार खोडरी रेंज का ही अगर आकलन करे तो लगभग 1 करोड़ राशि को भूपेंद्र साहू ने फर्मो से साथ गाठ कर राशि बुक कर लिया है जिससे आज भी कार्य नही हो हुआ है.. बताया जाता है एक बार भूपेंद्र साहू न 32 लाख का चेक साहिल इंटर प्राइजेस को बिना बिल बाउचर के डीएफओ को गुमराह कर काट दिया था जब मामला सामने आया तो फर्म ने डीएफओ अकाउंट में राशि को वापस कर दिया गया पर इतनी बड़ी आर्थिक अनियमितता करने के बाद भी कोई कार्यवाही आज तक नही हुआ इसका फाइल दबा दिया गया इसके अतिरिक्त मरम्मत या अपूर्ण कार्यो के शेष राशि को भूपेंद्र साहू ने संजय त्रिपाठी के साथ मिलकर राशि को बंटरबाट कर लिया है ..वही इतने शिकायत के बाद भी भूपेंद्र साहू के ऊपर कुछ भी न होना समझ से परे है वर्तमान डीएफओ मरवाही दिनेश पटेल और मुख्य वन संरक्षक राजेश चन्देलें ने जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है और कैम्पा शाखा में मुख्य लिपिक ललित ध्रुव को अतिरिक्त प्रभार आदेश डीएफओ मरवाही द्वारा किया गया है ?

मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर ने भूपेंद्र साहू को शाखा से हटा जांच करने डीएफओ मरवाही को निर्देशित किया गया था?