एसडीओ संजय त्रिपाठी के फर्जी जाँच प्रतिवेदन के खिलाफ लिपिक संघ हुआ लामबन्द,

एसडीओ संजय त्रिपाठी के फर्जी जाँच प्रतिवेदन के खिलाफ लिपिक संघ हुआ लामबन्द,

 

 

निष्पक्ष जांच के लिए कमेटी में लिपिक पदाधिकारियों के समक्ष जाँच की माँग

गौरेला पेंड्रा मरवाही: लिपिक गुर्जर के नियम विरुद्ध बर्खास्तगी का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर को एक पत्र लिख निष्पक्ष जाँच हेतु लिपिक पदाधिकारियों के समक्ष जॉच करने माँग की गई है जिससे सही जाच हो सकें और दोषी एसडीओ पर उचित कार्यवाही हो सके..ज्ञापन प्रान्तीय अध्यक्ष रोहित तिवारी के निर्देश पर हेमन्त बघेल द्वारा उचित न्याय दिलाने हेतु सौंपा गया है।

इस संबंध में बताया गया कि प्रथम दृष्टया जाँच प्रतिवेदन में कई कमियां पाई गई है जिसे संघ ने संज्ञान में लेकर लिपिक को न्याय दिलाया जाएगा और जो भी दोषी अधिकारी दोसी पाए जाने पर उचित कार्यवाही करने की माँग की जाएगी पीड़ित लिपिक के द्वारा प्रस्तुत तथ्यो के आधार पर तो संबंधित अधिकारी द्वारा द्वेष की भावना से ग्राषित होकर जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है क्योंकि जो संजय त्रिपाठी तत्कालीन प्रभारी डीएफओ मरवाही द्वारा जाँच टीम गठित की गई थी उसमें कोई भी समकच अधिकारी को सम्मालित नही किया गया ।

और केवल तीन लिपिको को ही कमेटी में लेकर संजय त्रिपाठी द्वारा दबावपूर्वक हस्ताक्षर कराने की कोशिश किया गया था परंतु मुख्य । लिपिक ललित ध्रुव ने हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया गया शेष दो लिपिक सहायक ग्रेड 3 मंजुला उइके, सरवन मरावी से डीएफओ प्रभार में रहते हुए दबाव बना हस्ताक्षर कराया गया है इसी प्रकार डीएफओ और खुद जाँच अधिकारी बन बिना विभागीय जाँच के ही एक शिकायत को आधार मान बर्खास्तगी की नियम विरुद्ध कार्यवाही की गई है लिपिक गुर्जर के खिलाफ प्रभारी स्टेनो वायरलेस ऑपरेटर ने और एसडीओ संजय त्रिपाठी ने जिन भृत्य चौकीदारो को गवाह बनाया गया था ।

उनके द्वारा बताया गया की हमको गुमराह कर कोरे कागज में साइन करवाया गया था, साथ ही मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर को प्रस्तुत डिस्पेच नम्बर भी फर्जी डाल डीएफओ प्रभार से मुक्त होने के 10 दिन बाद मुख्य वन संरक्षक कार्यालय बिलासपुर को प्रस्तुत किया गया व लिपिक गुज्जर के किसी भी आवेदन पर विचार नही किया गया …, लिपिक संघ द्वारा षडयंत्र पूर्वक एक तरफा कार्यवाही का विरोध करते हुए बहाली की मांग की गई है ।

रोहित तिवारी प्रांतीय अध्यक्ष लिपिक संघ रायपुर छत्तीसगढ़..

लिपिक गुर्जर द्वारा एसडीओ त्रिपाठी के द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के खिलाफ सीसीएफ बिलासपुर को आवेदन दिया गया है जिसमे मुख्य वन संरक्षक द्वारा जाँच कमेटी गठित किया गया है और लिपिक द्वारा गौरेला थाने में शिकायत दर्ज कराया गया है इन दोनों की जांच तक का इंतजार किया जावेगा उचित न्याय नही होने पर आगे की रुपरेखा तैयार किया जावेगा ।