वन विभाग में हावी दलाली प्रथा .छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पुत्र ने वनविभाग में ठेकेदारी का काम दिलाने का झांसा देकर लाखो रुपए ठगा…
वन विभाग में चल रहा दलाली.छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पुत्र ने वनविभाग में ठेकेदारी का काम दिलाने का झांसा देकर लाखो रुपए ठगा…
रायपुर: वन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर लाखो की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। बता दे की छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पुत्र एवं एक कांग्रेस विधायक के भतीजे के द्वारा अपने नजदीकी रिश्तेदार के साथ मिलकर वन विभाग में तालाब निर्माण कार्य का ठेका दिलाने के नाम पर ठेकेदार से लाखों रुपयों की ठगी का मामला सामने आ रहा है जिसमे सभी ने कूट रचना करते हुए कारनामे को अंजाम दिया है ।
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की मित्रता छतीसगढ़ शासन के एक मंत्री से होने की वजह से और अपने राजनीतिक रसूख के चले वरिष्ट नेता ने अपने पुत्र की जान पहचान वनविभाग के उच्चाधिकारियों से करवाई और वनविभाग में चल रहे निर्माण कार्यो और सामग्री सप्लाई का काम अपने पुत्र को देने के लिये कहा जिससे दबावपूर्वक अधिकारियों को उनके पुत्र को काम प्रदान किया गया जिसमे इसी अवसर का लाभ लिए हुए नेता पुत्र ने अपने रिश्तेदार भाई और उसके मित्र के साथ मिलकर काम दिलाने की आड़ में लोगो को ठगने का काम शुरू कर दिया ।
और रायपुर के एक ठेकदार को भी इन तीनो ने अपनी इसी साजिश का शिकार बनाकर 55% में तालाब निर्माण करने का कार्य सौप दिया गरियाबंद वनमण्डल के फिंगेश्वर परिक्षेत्र में इस तालाब का निर्माण किया गया जिस तालाब को ठेके पर दिया गया था उक्त तालाब की कोई भी प्रशासनिक स्वीकृति अथवा तकनीकी स्वीकृति शासन की तरफ से प्रदान ही नही कि गई थी इस बात की जानकारी ठेकेदार को निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात भुगतान के समय रेन्जर और उपवनमण्डलाधिकारी के द्वारा दी गई चूंकि कार्य की सिफारिश मंत्री महोदय के मित्र के द्वारा की गई थी ।
इसलिये आनन फानन में विभागीय अधिकारियों के द्वारा उक्त तालाब की प्रशासनिक स्वीकृति ली गई कार्य शुरु करने के पूर्व उक्त तालाब की अनुमानित लागत 21 लाख रु दी गई थी जोकि कार्य पूर्ण होने तक 50 लाख रु में बदल गई । इस बात से समझा जा सकता है की किस तरह काम के एवज में दलाली का धंधा वन विभाग में लगातार चल रहा है ।