कोरबा: DMF में करोड़ो का भ्रष्टाचार, कमीशन खोर भ्रष्ट अधिकारी भरोसा राम ठाकुर पर हो कड़ी कार्यवाही: आकाश शर्मा.

कोरबा: DMF में करोड़ो का भ्रष्टाचार, भ्रष्ट अधिकारी भरोसा राम ठाकुर पर हो कड़ी कार्यवाही: आकाश शर्मा.

कोरबा: जिले में जिला खनिज न्यास के करोड़ों के फंड में गड़बड़ी का मामला एक बार फिर सुलगने लगा है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे परियोजना समन्वयक भरोसा राम ठाकुर को पूर्व में जिले से हटा कर मुंगेली भेजा गया है जिसमे भरोसा राम प्रभार मुक्त होने की पूरी तैयारी में हैं परंतु इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच जारी है ,जिसकी वजह से इनको मुक्त नही किया जा रहा हैं

गौरतलब है की परियोजना अधिकारी भरोसा राम ठाकुर के द्वारा जिला खनिज न्यास में भारी-भरकम भ्रष्टाचार किया गया है इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है और सभी भ्रष्टाचार में भरोसा राम ठाकुर संलिप्त है।

बता दे की शासी परिषद की बैठक में जो कार्य अनुमोदित होते हैं, उसे इनके द्वारा स्वीकृति नहीं दी जाती। निजी स्वार्थ के कारण फाइल को दबाकर रखा जाता है। न स्वीकृति नहीं किया जाता और ना ही किस्त की राशि भेजी जाती है। जनपद पंचायतों से प्राक्कलन मंगाने के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से चुनिंदा कार्यों का नाम भेज कर प्राक्कलन मंगाया जाता है। विभागीय तौर पर पत्र नहीं भेजा जाता जोकि पूर्ण रूप से गलत है। जो कार्य शासी परिषद में अनुमोदित भी नहीं हुए हैं, उन कार्यों को व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण इनके द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाती है। कार्यों को सुकृति करने में भी कमीशन खोरी की जाती है। उसमे अंदर ही अंदर कमीशनखोरी की आड़ में मनचाहे कार्यो को प्राथमिकता देकर स्वीकृत कर दिया जाता है, कि कमीशन खोरी चरम पर है।

खनिज न्यास मद से कार्यों की स्वीकृति करने के लिए 15 से 20 प्रतिशत कमीशन की मांग की जाती है, वही दूसरी किस्त जारी करने के लिए 5 % कमीशन की अतरिक्त मांग की जाती है , आपको बता दे की खनिज सिपाही के माध्यम से कमीशन खोरी की इस घटना को अंजाम दिया जाता है । एवम् वर्तमान में भी ग्राम पंचायत मोहनपुर के कुछ कार्यों के चेक काटने के एवज में मोटी रकम की मांग की जा रही हैं।

युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव आकाश शर्मा ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भरोसा राम ठाकुर के कार्यकाल के कार्यों की जांच एवम कार्यवाही नही होती तब तक इनको प्रभार मुक्त नही किया जाए,। भरोसा राम ठाकुर ईडी की रडार में है जिससे उम्मीद लगाई जा सकती है कि केंद्रीय जांच समिति बहुत जल्द कोरबा जिले के जिला खनिज न्यास मद का बारीकी से जांच कर दोषी अफसर के विरुद्ध कार्यवाही करेंगी।