गौरेला पेंड्रा मरवाही: ग्राम पंचायत नाका का ताराखारा प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है _”वीरेंद्र सिंह बघेल”
गौरेला पेंड्रा मरवाही: ग्राम पंचायत नाका का ताराखारा प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है _वीरेंद्र सिंह बघेल
जीपीएम: जिले के ग्राम पंचायत नाका का ताराखारा जो प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है ,प्रवक्ता कांग्रेस वीरेंद्र सिंह बघेल ने बताया की मानव जीवन जिन आधारभूत साधनों पर आधारित है तथा जिनसे उसकी भौतिक एवं सांस्कृतिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है वे सभी संसाधन कहलाते हैं, क्योंकि यह सभी प्रकृति से विरासत में मिले हैं तथा पर्यावरण के मुख्य घटक हैं, अतः इन्हें प्राकृतिक संसाधन कहते हैं।
- मुख्य प्राकृतिक साधनों में सौर ऊर्जा, वायु, जल, भूमि, वनस्पति, प्रकाश, पृथ्वी, का ताप, जीवाश्म ईंधन, खनिज, जन्तु तथा सूक्ष्म जीव आदि शामिल हैं। निःसन्देह ये सभी जरूरी होते हैं तथा इनकी अधिक अथवा कम उपलब्धता, इनकी निरापदता तथा प्रदषणता एवं इनकी सापेक्ष उपयोगिताएँ मानव के सुख– दुःख, विलासिता तथा अभावों की स्थितियों से जुडी हैं। इसी मे कुछ देश ज्यादा सम्पन्न तथा कुछ अभावग्रस्त श्रेणी में विभाजित कर दिये जाते हैं। यही संसाधन विहीनता कई देशों में प्रगतिबाधक होती है तथा अन्य देशों के सामने उसे हाथ पसारने को मजबूर कर देती है।
इस जिले में तमाम संभावना है ,पर उन विशेष और अद्भुत संभावनाओ में विधानसभा के ग्राम नाका का ताराखारा है ,जिसको विकसित करने की जरूरत है जो घने जंगलों की बीच बसा है ,जिसे हम पर्यटन के रूप में विकसित कर सकते है।