गौरेला पेंड्रा मरवाही: इंटक जिलाध्यक्ष ने अधिकारियों पर लगाया बदसलूकी का आरोप,
सत्ता पक्ष के नेता से बदसलूकी, जिला अध्यक्ष ने कहा- सीएम से मिलकर अधिकारियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की जायेगी..
इंटक जिलाध्यक्ष साथ दुर्व्यवहार..जिला प्रशासन , नगर पंचायत – गौरेला पर फिर हुआ मेहरबान…
जीपीएम: जिले में जिला प्रशासन एक बार फिर ,नगर पंचायत पर मेहरबान होते हुए दिखाई दिया….दरअसल नगर पंचायत गौरेला के पक्ष में छ: माह पूर्व प्राप्त आवेदन पर दिलचस्पी दिखाते हुए कार्यवाही की है , इंटक जिलाध्यक्ष इदरीश अंसारी ने पूरे मामले में प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की कार्यवाही द्वेष की भावना से ग्रशित होकर की गई है।दरअसल नगर पंचायत- गौरेला के मुख्य नगरपालिका अधिकारी विष्णु प्रसाद यादव एवं स्थानीय राजस्व अमले के नायब तहसीलदार अविनाश कूजूर के साथ ही स्थानीय गौरेला थाना प्रभारी युवराज तिवारी व उनकी टीम ने सयुक्त रुप से ज्योतिपुर चर्च के पास बनी दुकान(छ ग राज्य शासन कांग्रेस का अनुशांगिक अंग ,माना जाने वाला संगठन (मजदूर कांग्रेस के कार्यालय) पर बल पूर्वक ताला जड़ने के साथ ही उक्त संगठन के जिलाध्यक्ष इदरीश अंसारी को सरेआम शर्मसार भी किया है !
इदरीश अंसारी के अनुसार ,कार्यालय नगर पंचायत गौरेला के पास दुकान निर्माण से सम्बन्धित कोई भी दस्तावेज नही हैं,क्योंकि वह दुकान उन्होने स्वयं के व्यय पर बनाई है,, कहा कि वे कई बार अपने ऊपर लगे आरोपों का खण्डन नगर पंचायत में करते हुए, मुख्य नगर पालिका अधिकारी से उक्त दुकान के निर्माण से सम्बंधित दस्तावेजों की मांग कर चुके हैं! जिसमे सीएमओ कोई भी दस्तावेज नही दिखा पा रहे है।
नगर पंचायत सीएमओ के अनुसार बना हुआ दुकान हिमांशु साहू को आबंटित है, हिमान्शु साहू के बयान के अनुसार ,उन्होने स्थानीय जिला कलेक्टर के कार्यालय में छ: माह पूर्व आवेदन प्रस्तुत कर कलेक्टर महोदया “सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी” से न्याय की गुहार लगायी थी , कि उन्होने नगर पंचायत गौरेला के ज्योतिपुर चर्च के पास स्थित व निकाय द्वारा निर्मित दुकान की विधिवत बोली में हिस्सा लेकर आबंटन की प्रक्रिया का पूर्णतः पालन करते हुए , निकाय में राशि जमा कर के दुकान प्राप्त की थी जिस पर इदरीश अंसारी ने सत्ता का लाभ लेते हुए उनकी दुकान पर मजदूर कांग्रेस का कार्यालय खोलकर बलात कब्जा किया हुआ है!
अब देखना दिलचस्प होगा कि, यदि नगर पंचायत कार्यालय के पास जिस दुकान के निर्माण से सम्बंधित कोई दस्तावेज न हों ,कार्यालय उस दुकान की नीलामी कैसे कर सकता है ! और मिशन की भूमि पर निर्मित दुकान/ सांस्कृतिक भवन/ अतिरिक्त कक्ष का स्वामित्व नगर पंचायत को किसने दिया! साथ ही यदि कार्यालय के पास स्वामित्व था भी तो
सांस्कृतिक भवन या अतिरिक्त कक्ष की नीलामी किस विधान के अन्तर्गत की गई!
भले ही जिला प्रशासन छ: माह बाद जागा है, किन्तु क्या कलेक्टर महोदया ने उक्त कार्यवाही के पूर्व सभी पहलुओं पर विधिवत जाँच की है,कोई लिखित आदेश जारी किया है , और यदि आदेश जारी हुआ था तो वह कहाँ है ! या एक बार फिर से कोई व्यक्ति किसी अधिकारी/ पदाधिकारी की आपसी रंजिश या आपसी सांठगांठ का शिकार हुआ है! अब इस पूरे मामले में आम जनता की निगाहें स्थानीय जिला प्रशासन की आगामी कार्यवाही पर टिकी हुई है कि, कलेक्टर नगर पंचायत- गौरेला को किसी अन्य के स्वामित्व पर बनी दुकान/ सांस्कृतिक भवन/ अतिरिक्त कक्ष को नीलाम करने हेतु दण्डित करेंगी , या फिर जिला कार्यालय द्वारा कोई जाँच ही नही किया गया और नगर पंचायत अपनी मनमानी को जिला प्रशासन का आदेश बताकर आमजनता की नजरों में धूल झोंकते हुए ,एक और नया गुनाह किया है ! साथ ही यदि जिला प्रशासन या अन्य किसी न्यायालय का कोई आदेश नही था तो,नगर पंचायत के कहने मात्र से ही थाना गौरेला प्रभारी ने उक्त कार्यवाही में किस मंशा से भागीदारी की है।
इदरीश अंसारी जिला अध्यक्ष इंटक
नगर पंचायत गौरेला मुख्य नगर पालिका अधिकारी के द्वारा गलत जानकारी देकर थाना प्रभारी, नायाब तहसीलदार को साथ मे लेकर जिला कार्यालय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिला अध्यक्ष इदरीश अंसारी जी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई साथ ही मुजरिम जैसा व्यवहार किया गया बल प्रयोग किया गया वो भी कांग्रेस के अनुसांगिक संगठन के साथ राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक जो अच्छा कार्य कर रहा है प्रशासन की कार्यवाही कर कार्यालय में ताला लगाना गलत है । जबकि नगर पंचायत की कोई भूमिका नहीं है जबरजस्ती इंटक कार्यालय को सील किया गया है व इंटक जिलाध्यक्ष होते हुए मुझसे बदसलूकी सीएमओ, थाना प्रभारी, नायाब तहसीलदार द्वारा की गई है , बल पूर्वक कार्यालय से सभी संगठन के पदाधिकारी बाहर किया गया है सभी से बदसलूकी की गई है, जो की क्षमा योग्य नहीं है , इदरीश अंसारी ने आगे कहा की कॉन्ग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा किसी प्रकार का सहयोग नही किया गया , जिससे की मेरे छवि के साथ साथ राज्य सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।