GPM: रासुका कानून के विरोध को लेकर जिले के भाजपा नेताओ में नही दिखी आपसी सहमति..

रासुका कानून के विरोध को लेकर जिले के भाजपा नेताओ में नही दिखी आपसी सहमति..

गौरेला पेंड्रा मरवाही: छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार द्वारा 3 जनवरी 2023 को,प्रदेश भर में लागू “रासुका कानून” को प्रदेश भाजपा संगठन ने जहां इसे गलत करार देते हुए,तथा आपातकाल बताते हुए प्रदेश के प्रत्येक जिलों में अपने- अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था ..तथा इस कानून का विरोध करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन व उक्त कानून की होलिका जलाने का निर्देश जारी किया था।

किन्तु जिला- जीपीएम के भाजपा जिला अध्यक्ष कन्हैया राठौर के नेतृत्व में जिले में संपन्न हुआ..उक्त कार्यक्रम से जिले एवं मण्डल के साथ मोर्चों व प्रकोष्ठो के 80 फीसदी पदाधिकारियो/ कार्यकर्ताओं में ही आपसी सहमति नही होने के कारण, उक्त विशाल धरना प्रदर्शन में अधिकतम 35-40 लोगों ने ही अपनी उपस्थिति दी,विश्वसनीय सूत्रों की माने तो जब से प्रदेश संगठन ने जिला- जी पी एम की नई कार्यकारिणी घोषित की है,तभी से यहाँ के कार्यकर्ताओं में विरोधाभास निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है।

जिसका असर जिले व मण्डलों के कार्यक्रमों लगातार दिखाई दे रहा है ! जो कि वर्ष 2023 में ही होने वाले विधान सभा चुनावों के लिए अच्छे संकेत दिखाई नही पड़ते,क्योंकि जिला जी पी एम,दो विधानसभा तथा दो लोकसभा पर अपना असर डालता है। विभिन्न कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं की लगातार घटती संख्या भाजपा के लिए आने वाले चुनावों में अशुभ संकेत जान पड़ते हैं!