गौरेला पेंड्रा मरवाही: कांग्रेस में बवाल, जिलाध्यक्ष पर तानाशाही के आरोप, पदाधिकारी ने लिखा- मानसिक दिवालियापन से ग्रषित है अध्यक्ष मनोज गुप्ता..

गौरेला पेंड्रा मरवाही :- छत्तीसगढ में 15 सालो के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी के नवीन जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी दिखाई देने लगी है। यहां दो ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के कामकाज से असंतुष्ट होकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। जिसका कांग्रेस पार्टी में जमकर विरोध हो रहा है।

दरसल, कांग्रेस पार्टी के वर्तमान जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने गौरेला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक और पेंड्रा के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास के कार्य शैली से नाराज चलते आ रहे थे। जिसके बाद मनोज गुप्ता ने दोनों की जगह गौरेला में बाला कश्यप और पेंड्रा में रामरतन पेंद्रो को ब्लॉक कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।

वही नियुक्ति के बाद से ही गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में सियासी पारा गरम हो चूका है। इस नियुक्ति पर नाराजगी जताते हुए मगंलवार शाम को पेण्ड्रा नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जालान व गौरेला नगर पंचायत अध्यक्ष के तत्वावधान में एक बैठक आयोजित की गई बैठक में मौजूद सभी कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाया व इसकी शिकायत आलाकमान से करने की बात कही।

राकेश जालान, पेंड्रा नगर पंचायत अध्यक्ष..

मनोज गुप्ता के द्वारा बिना किसी कारण बताये द्वेष वश अपने पद का हनन करते हुए पेण्ड्रा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास और गौरेला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक के पद पर रहते हुए भी बिना किसी कारण के नये कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। जबकि बिना प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किये जाने का अधिकार जिला अध्यक्ष के पास नही है।

अमोल पाठक गौरेला ब्लॉक अध्यक्ष

जिस जिला अध्यक्ष को मुख्यमंत्री दो बार हटाने के लिए संगठन बैठक में बोल चुके हो , ऐसे जिला अध्यक्ष के द्वारा बिना नोटिस और कारण ब्लॉक अध्यक्ष को सार्वजनिक अपमानित करते हुए अन्य किसी व्यक्ति को कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्ति करना जिला अध्यक्ष की दिमागी दिवालियापन को प्रदर्शित करता है।