चुनावी वर्षों में जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता के द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही गैर जिम्मेदाराना कदम – जयदत्त तिवारी..
गौरेला पेंड्रा मरवाही:- छत्तीसगढ में 15 सालो के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी के नवीन जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी दिखाई देने लगी है। यहां दो ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के कामकाज से असंतुष्ट होकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। जिसका कांग्रेस पार्टी में जमकर विरोध हो रहा है।
कांग्रेस के सक्रिय पार्षद एवम कांग्रेस शहर अध्यक्ष जयदत्त तिवारी ने भी अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि पेंड्रा ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास और गौरेला ब्लॉक अध्यक्ष अमोल पाठक की कार्यशैली पे प्रश्नचिन्ह लगाना सरासर बेईमानी है। दोनो ही सक्रिय रूप से कांग्रेस के संक्रमण अर्थात संघर्षों के दिनों के सिपाही है जिन्होंने बखूबी अपने दायित्यो और कर्तव्यों का निर्वहन किया है। हमारे पेंड्रा ब्लॉक अध्यक्ष भाई प्रशांत श्रीवास जी के द्वारा कार्यकर्ताओं के सम्मान एवम उनके उत्साहवर्धन के लिए समय समय पर प्रशंसा पत्र देना एक प्रमाण है जो उनकी रचनात्मक कार्यों एवम संगठन के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करती है। जहां तक मेरी जानकारी में इस तरह के प्रमाणपत्र सम्पूर्ण प्रदेश में कभी भी कार्यकर्ताओं को सम्मान स्वरूप कभी भी नही दिया गया होगा।
उसके बाद भी कांग्रेस संगठन के जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता जी के द्वारा द्वेषवश कार्यवाही के तहत पेंड्रा ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास एवम गौरेला ब्लॉक अध्यक्ष अमोल पाठक के साथ जो भेदभाव किया जा रहा है वो संगठन को कमजोर करने की एक साजिश प्रतीत दिखाई पड़ रही है।
वही चुनावी वर्षों में जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता के द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही गैर जिम्मेदाराना कदम है जो संगठन के दृष्टिकोण से कदापि उचित नहीं है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता के कांग्रेस संगठन को सीमित दायरे में समेट के रख दिया गया है जो चंद लोगो के हाथ की कटपुतली बन कर रह गया है। कांग्रेस के पदाधिकारियों एवम कार्यकर्ताओं के प्रति जिला अध्यक्ष की कार्यशैली कभी भी प्रभावशाली व उत्साहजनक नही रहा जिससे कार्यकर्ताओं में काफी निराशा भी है । चुनावी वर्ष में जिला अध्यक्ष द्वारा इस तरह की कार्यवाही विचलित कर देनी वाली और शर्मनाक है।