कोरबा: जिला कलेक्टर के साथ व्यापारी संघ की बैठक… सख्त लॉकडाउन में मिली कारोबारियों को छूट… अब 10 के बजाए 3 बजे तक खुली रहेंगी दुकाने… कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
.छग/कोरबा: जिले में लागू सख्त लॉकडाउन को लेकर पिछले दिनों जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स व दूसरे व्यापारिक संगठनों ने जिला कलेक्टर से व्यावसायिक गतिविधियों में छूट और राहत दिए जाने की मांग की थी. संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात करते हुए अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी उन्हें सौंपा था. जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज इस मसले पर कलेक्टोरेट कार्यालय में एक बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में जिला कलेक्टर व दंडाधिकारी श्रीमती कौशल के साथ जिले के पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा, जिला पंचायत सीईओ, एडीएम, नगर निगम के आयुक्त, मुख्यालय व जिले के अनुविभागो में सेवारत समस्त संयुक्त कलेक्टर, समस्त जनपद के सीईओ, डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी, पुलिस अनुविभागो के रापुसे अधिकारी, नगरीय निकायों के सीएमओ, इंजीनियर राजस्व अमले के अफसर व अलग-अलग 30 व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
समयावधि में फेरबदल.
बैठक के पश्चात जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने व्यापारिक संगठनों की मांगों पर अपनी सहमति दे दी है. उन्होंने इस बात का ऐलान किया है कि कोरबा जिले के जिन निकायों में सख्ती के साथ लॉकडाउन लागू किया गया था वहां के कारोबारियों को राहत देते हुए उन्हें अब 10:00 के बजाय दोपहर 3:00 बजे तक व्यावसायिक संचालन की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए उन्हें कोविड प्रोटोकॉल्स का कड़ाई से पालन करना होगा साथ ही सोशल डिस्टेंस और मास्क भी अनिवार्य रूप से धारण करना होगा. यह फैसला आम राशन की दुकान, पेट्रोल पंप,दवा दुकानें और सब्जी व्यवसायियों के साथ सभी कारोबारियों लिए प्रभावशील होगा.
नियमो के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई.
जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन की विजिलेंस टीम जिले के अलग-अलग हिस्सों में लॉकडाउन के अनुपालन के मकसद से निरीक्षण पर रहेगी. यदि इस दौरान कोई कारोबारी अथवा व्यवसाई कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दुकानदारों को समझाइश देते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि खरीदारी और बिक्री के दौरान ग्राहकों के बीच सुरक्षित फासला हो, ग्राहक खरीदारी के दौरान मास्क पहने और दुकानदार भी इन जरूरी नियमों का बेहतर तरीके से पालन करें ताकि जिले में कोरोना के संक्रमण की आशंका को खत्म किया जा सके.
व्यवसायिक संगठनों ने सौंपा था ज्ञापन.
बता दे कि छग शासन के निर्देश पर बीते 21 जुलाई आज 6 अगस्त तक के लिए जिले के पांच नगरीय निकायोंऔर तीन ग्राम पंचायतों में कड़ाई से लॉकडाउन लागू कराया गया था. जिला प्रशासन ने इस दौरान बाजारों के लिए सुबह 6:00 से 10:00 बजे तक कि अवधि निर्धारित किया था. प्रशासन के इस फैसले से जिले के व्यवसाय नाखुश थे. उनकी मांग थी कि समय 6 घण्टे ही दिए जाएं पर उनमे फेरबदल हो साथ ही सभी दुकानों को इस अवधि में व्यवसाय की छूट दी जाए. उक्त मांगो के साथ पिछले दिनों जिला चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने पैदल मार्च करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था.
लॉकडाउन पर जिला कलेक्टरों को सर्वाधिकार.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है की लॉकडाउन के संबंध में निर्णय लेने के लिए जिला कलेक्टरों को अधिकृत किया गया है. कलेक्टर जिले की परिस्थितियों और जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए और इस संबंध में वे स्थानीय व्यापारियों और लोगों से चर्चा कर निर्णय लेंगे. सीएम बघेल ने कहा है कि कोरोना से बचाव में ही सुरक्षा है. सभी लोगों को इस संकट से बचने के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना, समय-समय पर हाथ धोने जैसे उपायों का कड़ाई से पालन करना चाहिए.
अबतक 416 मरीजो की पुष्टि.
गौरतलब है कि जिले में अबतक 416 कोरोना से संक्रमित मरीजो की पहचान की जा चुकी है. इनमे ज्यादातर वे प्रवासी मजदूर शामिल है जो कोरोनकाल में दीगर राज्यो से लौटे थे और जिन्हें संस्थागत क्वारन्टीन किया गया था. इनमे से 378 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके है जबकि 38 संक्रमित अब भी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे है. सबसे राहत की बात यह है कि कोरोना की वजह से प्रदेश में हुए अबतक 52 मौतों में जिले का कोई भी मरीज शामिल नही है. यद्यपि निरन्तर पुष्ट होते नए मरीजो ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी है.