DMF से प्राप्त 15 करोड़ की राशि में सामग्री खरीदी के नाम पर 12 करोड़ का घोटाला..

डीएमएफ से प्राप्त 15 करोड़ की राशि में सामग्री खरीदी के नाम पर 12 करोड़ का घोटाला..

भाजपा विधायक ननकीराम कंवर ने सदन में लाया ध्यानाकर्षण ,सचिवालय के निर्देश पर संचालक ने कलेक्टर से मांगी तत्काल जानकारी ,मची खलबली ,देखें पत्र …..

कोरबा । आँकाक्षी जिला कोरबा में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा डीएमएफ से प्राप्त आबंटन का बंदरबाट का मामला नहीं थम रहा। रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा को जिला खनिज संस्थान न्यास मद से स्वीकृत 15 करोड़ रुपए की राशि में महतारी किट,अलमारी ,वाटर प्यूरिफिकेशन सिस्टम की खरीदी में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किए जाने का ध्यानाकर्षण लगाया है। विधानसभा सचिवालय के पत्र के परिपालन में संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग दिव्या उमेश मिश्रा ने कलेक्टर कोरबा को पत्र लिखकर उपरोक्त ध्यानाकर्षण सूचना पत्र क्रमांक 263 के माध्यम से

चाही गई जानकारी तत्काल अधोहस्ताक्षरकर्ता को उपलब्ध कराने की बात कही है। पत्र से एकबार फिर महकमे में खलबली मची है।

जिला खनिज संस्थान न्यास से प्राप्त आबंटन में आँगनबाड़ी केंद्रों हितग्राहियों के नाम पर क्रय किए गए करोड़ों की सामाग्रियों में बरती गई अनियमितता भष्ट्राचार के मामले में विपक्ष विधानसभा में लगातार सत्ता पक्ष को घेर रही है। इसमें बिलासपुर संभाग का कोरबा जिला सबसे ज्यादा चर्चित है । महिला एवं बाल विकास विभाग पिछले तीन वित्तीय वर्षों में डीएमएफ से प्राप्त 49 करोड़ रुपए के प्राप्त आबंटन की राशि की बंदरबाट को लेकर सुर्खियों में है।

शीत कालीन सत्र से ही भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इससे जुड़े सवाल दागकर विभाग सहित सत्ता पक्ष की नींदे उड़ा दी है। विधानसभा से 5 करोड़ 29 लाख के आबंटन की जानकारी छुपाने के मामले में अभी कोरबा जिला प्रशासन जांच कमेटी गठित कर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों का चिन्हांकन नहीं कर पाया है कि सत्र के बीच मे सोमवार 16 मार्च को कोरबा जिले के भाजपा के रामपुर विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने ध्यानाकर्षण सूचना क्रमांक 263 के माध्यम से प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया है। नियम 138 (1 ) के अधीन ध्यानाकर्षण लाते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री महोदया का ध्यान आकृष्ट कराया है।

उन्होंने ध्यानाकर्षण के माध्यम से बताया है कि महिला बाल विकास विभाग कोरबा को जिला खनिज संस्थान न्यास मद से स्वीकृत 15 करोड़ रुपए की राशि में महतारी किट,अलमारी ,वाटर प्यूरिफिकेशन सिस्टम की खरीदी की गई है।

उपरोक्त सामाग्री क्रय में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया गया है। महतारी किट को बाजार मूल्य से लगभग 10 गुना अधिक मूल्य में क्रय की गई है। अलमारी की खरीदी प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों में 2 नग प्रदाय किए जाने के हिसाब से की गई है,किन्तु आंगनबाड़ी केंद्रों में केवल 1 नग अलमारी भेजी गई है। इसी प्रकार आँगनबाड़ी केंद्रों को प्रदाय की जाने वाली अन्य सामग्री अमानक स्तर की है और कम मात्रा में भेजी गई है।

15 करोड़ रुपए की स्वीकृत राशि में लगभग लगभग 12 करोड़ की राशि का गड़बड़झाला करने की शिकायत आ रही है। पात्र हितग्राहियों की संख्या से कई गुना महतारी किट की खरीदी की गई है । इसकी जांच इमानदारीपूर्वक की जाए तो पूरे प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को महतारी किट का वितरण किया जा सकता है।

इस प्रकार जिला खनिज संस्थान न्यास मद की राशि को कोरबा जिला प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से स्वीकृति देकर बंदरबाट कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को वितरण किए जाने वाली महतारी महतारी किट एवं आंगनबाड़ियों को दी जाने वाली सामाग्री वितरण में की जा रही अनियमितता के विरुद्ध किसी प्रकार से कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण शासन प्रशासन के खिलाफ आम जनमानस एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों में भारी असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त है। विधानसभा के सचिव सुरेंद्र कुमार बाथम ने कार्यालयीन पत्र 3325 के माध्यम से ध्यानाकर्षण पत्र के परिपालन में महिला एवं बाल विकास विभाग को तत्काल कार्रवाई हेतु पत्र अग्रेषित किया है।

संचालक ने तत्काल जानकारी उपलब्ध कराने कलेक्टर कोरबा को लिखा पत्र

छत्तीसगढ़ विधानसभा सचिवालय के कार्यालयीन पत्र क्रमांक 3325 दिनांक 16 .03 .2023 के परिपालन में संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग दिव्या उमेश मिश्रा ने कलेक्टर कोरबा को पत्र लिखकर उपरोक्त ध्यानाकर्षण सूचना पत्र क्रमांक 263 के माध्यम से जिला महिला बाल विकास विभाग कोरबा को जिला खनिज संस्थान न्यास मद से स्वीकृत 15 करोड़ रुपए की राशि में महतारी किट,अलमारी ,वाटर प्यूरिफिकेशन सिस्टम की खरीदी में व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किए जाने की जानकारी चाही गई है।उपरोक्त ध्यानाकर्षण सूचना की जानकारी तत्काल अधोहस्ताक्षरकर्ता को उपलब्ध कराने की बात कही है।