कटघोरा: 1.38.14.503 करोड़ रुपए गबन के आरोपी रेंजर मृत्युंजय शर्मा पर ना एफआईआर ना वसूली की कार्रवाई..

1.38.14.503 करोड़ रुपए गबन के आरोपी रेंजर शर्मा पर ना एफआईआर ना वसूली की कार्रवाई..

कोरबा; गबन के आरोपी रेंजर मृत्युंजय शर्मा निलंबित है परंतु इनके ऊपर एफआईआर व वसूली की कार्रवाई लंबित है , जिससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहा है की आरोप सिद्ध होने के बाद किसका इंतजार किया जा रहा है , शर्मा के ऊपर धारा 409,420,467,468,471 के तहत कार्यवाही होना था ।

गौरतलब है की निलंबित तात्कालिक चैतमा रेंजर मृत्युंजय शर्मा के हाथ भ्रष्टाचार में काफी गहरे तक जमे हैं और इन्हें अधिकारियों से लेकर सफेद पोश नेताओं का भी समर्थन इस कदर प्राप्त है कि इन पर कार्यवाही करने में विभाग के भी हाथ कांप रहे हैं। 1 करोड़ 38 लाख रुपए के गबन किए जाने पर मृत्युंजय शर्मा को निलंबित तो किया जा चुका है परंतु कई महीने बीत जाने के बाद भी मृत्युंजय शर्मा के ऊपर विभाग के द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं करवाया गया है ना ही राशि की वसूली की गई है , जिससे विभाग के उच्च अधिकारियों की कार्य शैली पर सवाल उठ रहा है , की करोड़ो रुपए का गबन शर्मा द्वारा किया गया है जिसमे तत्काल एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए था परंतु आज तक विभाग के ओर से इस कार्यवाही को नहीं किया गया है । वही पूरे मामले में अब हाईकोर्ट में याचिका दायर कर शर्मा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की बात कही जा रही है।

क्या है पूरा मामला..

ग्रीन इंडिया वन प्रबंधन समिति के द्वारा ग्रीन इंडिया मिशन के तहत पाली वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्रीन इंडिया मिशन वन प्रबंधन समितियों को आबंटित कक्षों में यह कार्य कराना था और तत्कालीन सचिव ग्रीन इंडिया मिशन परिक्षेत्र पाली रेंजर मृत्युंजय शर्मा के द्वारा गुणवत्ताहीन कार्य कराए जाने के साथ ही कार्य किए बगैर ही राशि आहरित किया गया। उस समय शर्मा पाली के डिप्टी रेंजर थे और वर्तमान में चैतमा के रेंजर हैं । जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि ग्रीन इंडिया वन प्रबंधन समिति चनवारीपारा, कर्रानवापारा कर्रा परसापानी में रोपण कार्य बताया गया है, किन्तु क्षेत्र में पौधे जीवित नहीं है। पौधों का जीवित प्रतिशत 10 प्रतिशत से भी कम है। प्लांटेशन जनरल एवं माप पुस्तिका तत्कालीन सचिव ग्रीन इंडिया मिशन मृत्युंजय शर्मा द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया, रोपण असफल है।

मृत्युंजय शर्मा द्वारा वन वित्तीय नियमों का पालन नहीं कर वित्तीय अनियमितता किया गया है। इस तरह ग्रीन इंडिया मिशन परिक्षेत्र पाली, वनमंडल कटघोरा के 7 ग्रीन इंडिया मिशन वन प्रबंधन समितियों को आबंटित कक्ष क्रमांकों में कराए गए कार्य के लिए भारित राशि रुपए 4 करोड़ 51 लाख 40 हजार 54 रुपए में से राशि 1 करोड़ 38 लाख 14 हजार 503 रुपए अमान्य करने योग्य है। जांच में पाया गया कि 4 करोड़ 51 लाख 40 हजार 54 रुपये के बताए गए कार्य में मौके पर 2 करोड़ 63 लाख 8 हजार 857 रुपये का कार्य भौतिक सत्यापित पाया गया।

इस तरह 1 करोड़ 38 लाख से अधिक राशि का भुगतान कराए गए कार्य के एवज में ले लिया गया। जांच समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने इस मामले में 1 करोड़ 38 लाख 14 हजार 503 रुपए रेंजर मृत्युंजय शर्मा से वसूल करने एवं उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अनुशंसा की है।