स्कूल को बनाया मयखाना, स्टाफ रूम में शराब की बोतल रख लेने …,
विद्यालय को मदिरालय बनाया हेडमास्टर ने,अब जवाब तलब,
कोरबा। कोरबा जिले में शिक्षा का मंदिर शराबी प्रवृत्ति के शिक्षकों के कारण जहां दूषित हो रहा है वहीं बच्चों की मन:स्थिति पर भी विपरीत प्रभाव पढ़ने की संभावना बनी रहती है। इनकी करतूत से वह दूसरे शिक्षक भी शर्मशार हैं जो शिक्षा जैसे पवित्र कार्य से जुड़े हुए हैं लेकिन नशेड़ी शिक्षकों की हरकत के कारण उनका भी सिर कहीं ना कहीं शर्मिंदगी से झुक जाता है। शराब पीकर विद्यालय आने की बातें तो सामने आती रही हैं लेकिन एक ऐसा भी मामला सामने आया है जहां प्रधान पाठक ने गैरजिम्मेदाराना हरकत करते हुए विद्यालय को ही मदिरालय में तब्दील कर दिया। वह अपने कक्ष के साथ-साथ स्टाफ रूम में भी शराब का सेवन करते हैं जिसके प्रमाण स्वरूप यहां शराब की बोतलें पाई गई हैं।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या साडा के प्राचार्य के द्वारा 8 जनवरी को प्राथमिक शाला तुलसीनगर का निरीक्षण किया गया।
स्टाफ रूम एवं प्रधान पाठक कक्ष में शराब की खाली बोतल पायी गई। शनिवार एवं रविवार को प्रधान पाठक एवं स्टाफ रूम के संयुक्त कक्ष में बैठकर शराब पीने की बात सामने आई। उक्त मामला गंभीर श्रेणी की गलती में आने पर प्रधान पाठक होकर भी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही बरतने व इस कृत्य से विभाग की छबि धूमिल होने से संजय चंदेल, प्रधान पाठक,प्राथमिक शाला तुलसीनगर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है। स्पष्टीकरण नोटिस का 2 दिवस के भीतर कोरबा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है। समयावधि में जवाब नहीं देने पर निलंबन की कार्यवाही हेतु उच्च कार्यालय प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा।