Gaurela pendra Marwahi: रोड दिखाकर बेच रहे प्लॉट, बसा रहे अवैध कॉलोनी, सावधान यहां फर्जीवाड़ा है,

Gaurela pendra Marwahi:

गौरेला पेंड्रा मरवाही: अगर आप शहर में जमीन खरीदकर मकान बनाने की तैयारी में हैं तो थोड़ा सावधान हो जाइए। इस दिशा में सजगता से काम करिए, क्योंकि शहर में ऐसे कई कॉलोनाइजर हैं जो कि अवैध प्लॉटिंग करने के बाद बिना परमिशन सड़क, पक्की नाली, बिजली कनेक्शन के साथ बोर खनन कराकर सुविधाजनक कॉलोनी बताकर प्लॉट बेच रहे हैं। प्लॉट खरीदने से पहले यह जान लें कि यह कॉलोनी वैध है या अवैध।

दरअसल प्लॉटिंग के खेल में जमीन खरीदने वालों से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। जमीन खरीदने के बाद लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। जब मीडिया ने अवैध प्लॉटिंग को लेकर चल रही अंधेरगर्दी को लेकर पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि शहर में अवैध प्लॉटिंग करने वालों का रैकेट चल रहा है जो कि विशेषकर नौकरी पेशा वालों को झांसे में लेकर जमीन बेच रहे हैं। बैंक से फाइनेंस कराने तक की सुविधा दी जा रही है और प्लॉट बिक्री कर खरीददार को फंसा दे रहे हैं।

बिना रेरा के अवैध प्लॉटिंग की बिक्री खुलेआम की जा रही है, रेरा

का मतलब रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी है, जो घर खरीदारों की सुरक्षा और रियल एस्टेट निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम, 2016 के अनुसार अस्तित्व में आया। लंबे समय से बिल्डरों द्वारा कोई मानकीकृत प्रथा का पालन नहीं किया जा रहा था। धोखाधड़ी, हेरफेर (CG Illegal Plotting) और कदाचार में वृद्धि हुई। घर खरीदारों के हितों की रक्षा करने और लोगों को रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रेरा बनाया गया।

आप घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपको यह जांचना होगा कि संपत्ति के पास रेरा प्रमाणीकरण है या नहीं। अगर आप देखते हैं कि कोई प्रॉपर्टी रेरा अप्रूव्ड नहीं है तो उसे न खरीदें वरना कभी भी परेशानी का सामना करने के लिए तैयार रहें। बिल्डर बहुत सारे अतिरिक्त शुल्क लेते थे जिसका कोई मतलब नहीं था और संपत्ति पर अधिकार पाने के लिए खरीदार को यह देना पड़ता था। अब रेरा सर्टिफिकेट की वजह से ऐसे चार्ज नहीं लिए जाते। खरीदारों को केवल कारपेट एरिया के लिए भुगतान करना होगा और किसी अन्य चीज के लिए नहीं।