स्त्री प्रकृति की सबसे खूबसूरत रचना है। शकुंतला राठिया

महिला जिसे स्त्री नारी औरत कहते से नामों से पुकारा जाता है ।स्त्री प्रकृति की सबसे खूबसूरत रचना है , एक स्त्री है जो अपने पूरे जीवन को सिर्फ दूसरों के लिए जीती हैं ,एक स्त्री भी प्रकृति को चलाने में अग्रणी भूमिका निभाती है ।

पुरुष के साथ किसी नारी को शिक्षाा दिया  जाए परिवार भी शिक्षित होगा शक्ति है ,

नर की नारी ही शक्ति है, हर घर की शोभा है ,जो उसे उचित सम्मान मिले ,तो घर में खुशियां के फूल खिले,

बेटी, बहू ,कभी मां बनकर सबकी  सुख-दुख को सहकर अपने सब कर्ज निभाते हैं तभी तो वह नारी कहलाती हैं।