प्रभा साव ने टीकाकरण को ही कोरोना का रामबाण बताते हुए सभी से टीका लगवाने की अपील की
जिला कलेक्टर एव जिला शिक्षा अधिकारी के मार्गदर्शन से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना नियंत्रण #कोविड 19, से सुरक्षा की ओर एक कदम, एक सीढ़ी जन जागरूकता अभियान की वरचुवल ऑनलाइन मीटिंग का संयोजन प्रभा साव व्याख्याता शासकीय हाई स्कूल स्याहीमूड़ी , वेक्सीनेसन ड्यूटी के बाद कर रही हैं।, प्रभा साव ने टीकाकरण को ही कोरोना का रामबाण बताते हुए सभी से टीका लगवाने की अपील की। जनजागरूकता अभियान के विशिष्ठ अतिथि गण प्रजापति ब्रम्हकुमारी से कु. कुसुम दीदी, कु कंचन बाला दीदी जी एवम आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा जी रहें। कुसुम दीदी ने तनाव मुक्त जीवन जीने के मूलमंत्र बताए, साथ ही इस कोरोनाकाल मे आत्मसयंम रखकर सभी के साथ व्यवहार करना, और अभिभावकों से परमात्मा के चिंतन , मनन में व्यस्त रहने के संदेश दिए। कंचन बाला दीदी ने सभी बच्चों
को अनुशासन में रहने के लाभ बताते हुए,” हिम्मत कहो खुदा से”गीत गाकर सभी शिक्षकों एवम बच्चों एवं पालको में ऊर्जा का संचार कर शक्ति जगाई।डॉ नागेन्द्र नारायण शर्मा जी ने भी बताया कि कोरोना वायरस का प्रभाव मुख्यतः व्यक्ति की श्वसन तंत्र प्रणाली में होता है और व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी की वजह से ये बहुत शीघ्र व्यक्ति के शरीर को संक्रमित कर मृत्यु का ग्रास बना लेता है। मुख्य रूप से कोरोना वायरस से बचने के लिये मांसाहार से बचें साथ ही ठंडी,बासी चीजों का प्रयोग न करें, मास्क का प्रयोग करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से परहेज करें, हाँथ मिलाकर नही हाँथ जोड़कर अभिवादन करें। व्यक्ति अपने मन मे नकारात्मक विचार न लाये और डरे नही क्योंकि इम्युनिटी कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण नकारात्मक विचार है । जिससे बचाव के लिये भस्त्रिका, कपालभाती,अनुलोम विलोम, भ्रामरी एवं उदगीत प्राणायाम का अभ्यास सभी को करना चाहिये इससे हमारे शरीर मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हमारी इम्युनिटी भी मजबूत होती है। साथ ही अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिये गिलोय की डंडी लगभग 10 इंच, तुलसी के 10 पत्ते, हल्दी 3 ग्राम, सोंठ 3 ग्राम, अदरख का छोटा टुकड़ा एवं गुड़ को 1 लीटर पानी मे पकाकर जब आधा लीटर शेष रह जाये तो छानकर घूंट घूंट कर दिन में तीन से चार बार पियें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी इसे स्वस्थ व्यक्ति के साथ रोगी व्यक्ति को भी दिया जा सकता है इसके अलावा अपने नजदीकी आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह से गिलोय घन बटी, तुलसी घन बटी, आरोग्य बटी, संजीवनी बटी, संसमनी बटी, शिलाजीत, इम्म्यूनोसिन,इम्मयूशान्त, फेविकान टैब, इम्म्यूनो बी कैप, फेविकान,सेप्टिलिन,इम्मयूडैब,अडूसा,आमला, एवं च्यवनप्राश आदि आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग कर इस कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा जा सकता है।कार्यक्रम के अंतिम क्षण में क्रमशः श्रीमती ललिता साहू प्रचार्य बलगीखार, श्रीमती शीला नायर वयाख्याता अयोध्यापुरी, श्रीमती मंजुला श्रीवास्तव व्यख्याता अरदा, सुश्री अलका राजाभोज स्याहीमूड़ी सभी ने बच्चों को प्रतिदिन 5 परिचित या दोस्तों से बात कर उन्हें आगे 5 परिचितों से बात कर जागरूकता चैन को आगे बढ़ाने के संदेश दिए।