हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर शासकीय हाई स्कूल स्याहीमुड़ी में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया।

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर शासकीय हाई स्कूल स्याहीमुड़ी में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया। मेजर ध्यानचंद ने हॉकी में वर्ष 1928 ,1932 एवं 1936 में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते।

यह दिवस एक व्यक्ति के जीवन में खेल की भूमिका के रूप में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। संस्था की प्राचार्य डॉ फरहाना अली ने विद्यार्थियों को खेलों के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें खेल का महत्व और मानव शरीर के लिए उसके फायदों के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को खेलों के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि खेलों से ध्यान और लगन मजबूत होता है। यह व्यक्ति के दिमाग को मजबूत बनाने के साथ-साथ मन को भी मजबूत और सक्रिय बनाता है। खेल स्वस्थ और बीमारी मुक्त लंबी आयु की जीवन जीने का एक तरीका है ।फरहाना अली ने बताया कि वर्ष 2020 में राष्ट्रीय खेल दिवस की थीम थी प्ले और फिटनेस को जेंडर सेंसिटिव बनाना। खेल दिवस 2021 की थीम की घोषणा अभी नहीं की गई है।व्याख्याता पुष्पा बघेल ने विद्यार्थियों से कहा कि खेलों से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और हौसले मजबूत होंगे। खेल के माध्यम से विद्यार्थियों के बीच मित्रता की भावना पैदा होती है और उनमें एकता और टीम भावना भी विकसित होती है। इस अवसर पर विद्यार्थियों को मेजर ध्यानचंद के जीवन और खेल पर आधारित वृत्त चित्र दिखाया गया। विद्यार्थियों को विभिन्न खेल खिलाकर उन खेलों से संबंधित नियम और महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।