बिलासपुर : बिलासपुर में ही क्यो उठ रही फर्जी रजिस्ट्री की बात .. ये कौन सा गैंग है जो अंजाम दे रहा है? शिकायतकर्ता ने राजस्व मंडल,कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सभी को शिकायत पत्र लिखा..

भोंदू दास के बाद आखिर ये विजय यादव कौन है एक तरफ शपथ पत्र देता है कि वो अपने माँ बाप का अकेला है वही दूसरे तरफ शपथ पत्र में कहता है मेरी एक बहन है ?

पत्रकार गोविन्द शर्मा की रिपोर्ट

बिलासपुर में ही क्यो फर्जी रजिस्ट्री की बात उठ रही है ये कौन सा गैंग है जो अंजाम दे रहा है?

शिकायतकर्ता ने राजस्व मंडल,कलेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सभी को शिकायत पत्र लिखा।

किसान ने अपनी पुरखो की जमीन को फर्जी रजिस्ट्री से बचाने गुहार लगाई ।

खसरा नम्बर 637 सिरगिट्टी इस समय बहुत सुर्खियों में है एकतरफ नगर निगम अवैध प्लाटिंग घोषित कर रखी है वही नायब तहसीलदार प्रकृति ध्रुव नामांतरण पर नामान्तरण किये जा रही है ।

बिलासपुर-: इस समय बिलासपुर फर्जी रजिस्ट्रीयो को लेकर सुर्खियों में है एक तरफ भोंदू दास नाम के व्यक्ति की शिकायत लगी जिसकी जांच चल रही है जिसमे भोंदू दास का बयान भी लिया गया उसमे ऐसा सुनाई दे रहा है कि भोंदू दास ने कहा कि उसके बाप दादाओ एवं उसने कभी कोई जमीन नही खरीदी है और उसने किसी को भी कोई जमीन नही बेची है जिसकी जांच पुलिस अधीक्षक द्वारा कराई जा रही है आखिर ये कौन सी गैंग है जो इस तरह के कार्य को अंजाम देकर एक तरफ शासकीय जमीन का बंदरबांट कर रही है वही दूसरी तरफ उन मेहनत से कमाई करने वाले व्यक्तियों को टुकड़ो में जमीन बेचकर उन्हें भी इस दलदल में फंसा रहे है आखिर उनकी क्या गलती उन्होंने तो अपनी जमा पूंजी लगाकर छोटा सा घर बनाने के लिए जमीन खरीदी थी जब जांच होगी तो उन सबका क्या होगा?

उसके बाद एक शिकायत और विजय यादव नामक व्यक्ति की भी आ गई जिसमें शिकायतकर्ता किसान ने कहा कि उसके पुरखो की जमीन को विजय यादव ने फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर अपने नाम पर चढ़वा लिया है उसे उसकी जमीन को उनके नाम पर और उनके परिवार को वापस दिलाई जाये और विजय यादव नामक व्यक्ति की जांच की जाए आखिर उसके साथ इस फर्जी वाड़े में कौन कौन शामिल है उन सभी को जांच के बाद सख्त से सख्त सजा देने की बात कही है ।

शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि विजय यादव वल्द छेदी यादव के द्वारा विभिन्न फर्जी कूटरचित बनावटी शासकीय दस्तावेजों में छेडछाड करते हुए उन दस्तावेजो को सत्य व सही बताकर उक्त फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न नामांतरण कराकर भूमियों को विक्रय किए जाने की शिकायत एवं उच्च स्तरीय सूक्ष्मता से जांच कराये जाने बाबत्

विजय यादव वल्द छेदी यादव निवासी कंसा चौक, टिकरापारा, बिलासपुर के द्वारा निम्न विभिन्न फर्जी, कूटरचित, बनावटी, शासकीय दस्तावेजों में छेडछाल के संबंध में – मौजा सिरगिट्टी स्थित खसरा नम्बर 637 रकबा 1.11 एकड ,विजय यादव के पिता छेदी यादव के द्वारा कभी भी आवेदित भूमि को क्रय नहीं किया गया है उक्त संबंध में उप पंजीयन कार्यालय, बिलासपुर में विजय यादव के पिता छेदी यादव के संबंध । में क्रय संबंधी इण्डेक्सन में प्रविष्टी नहीं है, विजय यादव के द्वारा माफियों के सहयोग से फर्जी व कूटरचित दस्तावेज बनाते हुए एक फर्जी विक्रय पत्र को उप पंजीयक कार्यालय, बिलासपुर में बैठाया गया है ।

विजय यादव के द्वारा फर्जी व कूटरचित विक्रय पत्र (दस्तावेज) के आधार पर तहसील कार्यालय, बिलासपुर में संरक्षित नामांतरण पंजी में भी चालाकी से नामांतरण पंजी में छेडछाड करते हुए उक्त फर्जी दस्तावेज का एण्ट्री करा लिया गया तदपश्चात उसकी प्रति प्राप्त कर, उक्त नामांतरण पंजी के उस पृष्ठ क्रमांक को जानबूझकर एवं अन्य लोगों के सहयोग से फाड दिया गया वर्तमान में आवेदक के द्वारा उक्त नामांतरण क्रमांक 19 की प्रमाणित प्रति प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया तब तहसील कार्यालय के अभिलेखाकार के प्रभारी के द्वारा उक्त आवेदन पत्र के परिपालन में प्रविष्ठी फटी हुई है” अर्थात नामांतरण पंजी का वह पेज फटा हुआ है अर्थात गायब है जो कि विजय यादव के कृत्य की पुष्टि करता है ।

विजय यादव के द्वारा उपरोक्त फर्जी व कूटरचित विक्रय पत्र एवं नामांतरण पंजी क्रमांक 19 के आधार पर अपने पिता की मृत्यु उपरांत आवेदित भूमि के नामांतरण हेतु तहसीलदार, बिलासपुर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया। तहसीलदार बिलासपुर के द्वारा विजय यादव 13/10/2 के द्वारा फर्जी व कूटरचित दस्तावेज के आधार पर तहसील कार्यालय, बिलासपुर के समक्ष नामांतरण हेतु विधिक वारिस होने के हैसियत से आवेदन प्रस्तुत किया गया तहसीलदार बिलासपुर के द्वारा बिना सुक्ष्मता से जांच किए बगैर वास्तविक भूस्वामी का नाम अपने अधि कारिता से बाहर जाकर विलोपित करते हुए विजय यादव का नाम उक्त फर्जी व कूटरचित व बनावटी दस्तावेज के आधार पर नामांतरण कर दिया गया।