कर्मचारी के सम्मान में डाक टिकट:CG के शिवलाल ने 1 साल में बेची 4 करोड़ की पॉलिसी; विभाग ने पोस्टल स्टांप पर लगाई फोटो
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में एक डाक बीमा एजेंट की फोटो डाक टिकट पर छप गई है। इस एजेंट ने महज एक साल में 4 करोड़ रुपए से अधिक की डाक पॉलिसी बेच दी है। प्रदेश में ऐसा करने वाले 500 एजेंट में दूसरे हैं। ऐसे में पोस्टल डिपार्टमेंट ने भी उनको सम्मान देते हुए 15 हजार का नगद पुरस्कार सहित उनकी फोटो वाले पोस्टल स्टांप जारी कर दिए हैं।
गरियाबंद में रहने वाले शिवलाल निषाद ने भारत सरकार की पोस्टल सर्विस में डाक बीमा एजेंट हैं। वह गरियाबंद के बहुत छोटे से इलाके देवभोग में रहकर अपनी सेवाएं देते हैं। यह इलाका बुनियादी सुविधाओं के साथ ही आर्थिक रूप से भी काफी पिछड़ा हुआ है। ऐसे में इनके लिए इस उपलब्धि को हासिल करना आसान नहीं था। सबसे बड़ी दिक्कत लोगों के विश्वास और इंटरनेट के नेटवर्क की थी। इसके लिए खुद से लोगों की पॉलिसी का प्रीमियम जमा करने की जिम्मेदारी ली।
लोगों की किश्त जमा करने जाते हैं ओडिशा तक
शिवलाल बताते हैं कि लोगों को भरोसा जताया कि वह खुद प्रीमियम कलेक्ट कर जमा करेंगे। इसके लिए काफी मेहनत भी करनी पड़ी। काफी पिछड़ा हुआ और आदिवासी बाहुल्य इलाका होने के कारण उन्हें घर-घर या खेत पर जाकर लोगों से प्रीमियम कलेक्शन करना पड़ता। इसके बाद जब पोस्ट ऑफिस पहुंचते तो पता चलता कि नेटवर्क काम नहीं कर रहा। घंटों के इंतजार के बाद भी जब कुछ नहीं होता तो ओडिशा के धर्मगढ़ स्थित शाखा में जाकर जमा करते।
नेटवर्क का लिंक कई-कई दिनों तक फेल रहता है
उप डाकधर देवभोग के डाक मास्टर प्रशांत चौधरी कहते हैं कि यहां सब BSNL के नेटवर्क से कनेक्ट है। शिवलाल को सबसे बड़ी दिक्कत नेटवर्क का ठीक से काम नहीं करने के कारण होती थी। कई-कई दिनों तक लिंक फेल रहने के कारण ग्राहकों की समय पर किश्त जमा करना उनके लिए बहुत मुश्किल था। शिवलाल को इसके लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। अफसरों को भी इस समस्या के बारे में बताया गया है।