राजीव भवन में सिर फुटौवल पर CM भूपेश का बयान:बोले-दुर्भाग्यजनक है; कर्मकार मंडल अध्यक्ष ने PCC महामंत्री का कॉलर पकड़कर की थी धक्कामुक्की

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को लखनऊ जाने से पहले रायपुर हवाई अड्‌डे पर प्रेस के सवालों का जवाब दिया।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में हुई कांग्रेस के सिर फुटौवल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान आया है। रविवार को उन्होंने कहा, यह घटना दुर्भाग्यजनक है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। संगठन को इसका संज्ञान लेना चाहिए। शनिवार को छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल ने प्रदेश महामंत्री अमरजीत चावला का कॉलर पकड़कर धक्कामुक्की की थी। दरअसल, शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम राजीव भवन पहुंचे थे। उनके स्वागत के लिए संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, महामंत्री अमरजीत चावला और कुछ दूसरे पदाधिकारी मुख्य द्वार के बाहर खड़े थे। इसी बीच छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल भी वहां पहुंच गए। चावला ने अग्रवाल को अपनी गाड़ी किनारे लगाने को कह दिया। इस पर भड़के सन्नी अग्रवाल ने गाड़ी से उतरकर चावला का कॉलर पकड़ लिया। उसके बाद दोनों नेता एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। यह देखकर वहां मौजूद दूसरे नेताओं ने बीच-बचाव कर दोनों को छुड़ाया! घटनाके बाद वरिष्ठ नेताओं ने चुप्पी साध ली, लेकिन कुछ घंटों के भीतर सीन बदला। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेश पर सन्नी अग्रवाल को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री के बयान से संकेत मिल रहे हैं कि सरकार सन्नी अग्रवाल के मामले को फिलहाल संगठन स्तर पर ही निपटाना चाहती है। कांग्रेस नेता के तौर पर भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष पद पर अभी उन्हें कोई खतरा नहीं है।

जशपुर की घटना पर भी मुख्यमंत्री का यही जवाब था

जशपुर में 24 अक्टूबर को जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भी मारपीट हुई थी। इसमें मंच पर भाषण दे रहे पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल से माइक छीना गया। उनके साथ मारपीट हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उस घटना को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। हालांकि उस मामले में कोई एक्शन नहीं हुआ।

वापस भी हो सकता है सन्नी का निलंबन

कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कांग्रेस ने मारपीट और अभद्रता के आरोप में सुशील सन्नी अग्रवाल को निलंबित किया है। बताया जा रहा है, अब उनको नोटिस जारी कर जवाब लिया जाएगा। पार्टी मामले की जांच करेगी। उसके बाद निष्कासन अथवा सदस्यता बहाली का फैसला होगा। पार्टी सूत्रों का कहना है, अभी के समीकरणों को देखते हुए कुछ समय बाद सन्नी अग्रवाल का निलंबन वापस भी लिया जा सकता है।