भाजपा VS नवाब मलिक:मलिक ने हाजी अराफात के भाई को जाली नोट केस का आरोपी बताया था, आज भाजपा नेता करेंगे पलटवार

नवाब मलिक और समीर वानखेड़े के बीच शुरू हुई जुबानी जंग अब भारतीय जनता पार्टी और पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस तक पहुंच चुकी है। बुधवार को मलिक ने आरोप लगाया कि पूर्व CM ने अपने कार्यकाल में नकली नोट के खेल को बढ़ावा दिया था और उन्होंने जाली नोट के कारोबार में शामिल रहे भाजपा नेता हाजी अराफात के छोटे भाई को बचाया था । इसी आरोप पर अराफात आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मलिक के खिलाफ कुछ खुलासे करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके भाई इमरान शेख के नवाब मलिक के साथ भी फोटो हैं। मलिक उसकी शादी और बच्चों के बर्थडे में भी आए थे। हाजी अराफात शेख ने आगे बताया कि नवाब मलिक ने पिक्चर शुरू की है, लेकिन फिल्म को हम खत्म करेंगे। हाजी अराफात शेख ने कहा कि नवाब मलिक का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है। मेरे पास बम नहीं पर नवाब मलिक का कच्चा चिट्ठा मैं खोलूंगा।

मलिक का इशारों में फडणवीस पर हमला

देर रात एक ट्वीट कर मलिक ने कहा, ‘होश उनके यूं उड़े कि चेहरे फीके पड़ गए, हमने तो बस ये किया उन्हें आईना दिखा दिया !’ इससे पहले मलिक ने आरोप लगाया था कि फडणवीस ने विदेशों से आए फोन के बाद कई कुख्यात लोगों के केस सुलझाए। फडणवीस के इशारे पर वसूली होती थी। फडणवीस ने राजनीति का अपराधीकरण किया।

देवेंद्र फडणवीस ने मलिक पर लगाए थे अंडरवर्ल्ड से जमीनें खरीदने के आरोप

इससे पहले 9 नवंबर को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। फडणवीस ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई में ब्लास्ट करने के आरोपियों की हैं।

अदालत ने कहा- मलिक के ट्वीट को गलत साबित करें

मलिक ने समीर वानखेड़े पर तमाम आरोप लगाए हैं, जिनमें सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाने का आरोप भी शामिल है। इसी के खिलाफ ध्यानदेव वानखेड़े ने 1.2 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। सुनवाई के दौरान ध्यानदेव वानखेड़े के वकील अरशद शेख ने सवाल किया कि समीर को ऐसे व्यक्ति को स्पष्टीकरण क्यों देना चाहिए जो सिर्फ एक विधायक है कोई अदालत नहीं।

इस पर जस्टिस माधव जामदार ने कहा, ‘आप सरकारी अधिकारी हैं…आपको सिर्फ इतना साबित करना है कि ट्वीट (मलिक द्वारा किए गए ट्वीट) पहली नजर में गलत हैं… आपके बेटे सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि वे एक सरकारी अधिकारी हैं और जनता का कोई भी सदस्य उनकी समीक्षा कर सकता है।’

वानखेड़े परिवार ने दर्ज कराई मलिक के खिलाफ शिकायत

इससे पहले समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े ने 8 नवंबर को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत उनके परिवार की जाति के बारे में झूठे आरोप लगाने के लिए मलिक के खिलाफ मुंबई में ओशिवारा डिवीजन के सहायक पुलिस आयुक्त के पास अपनी शिकायत की थी। ध्यानदेव का कहना है कि मलिक ने उनके परिवार की जाति को लेकर झूठा और अपमानजनक बयान दिया है।