कोरबा:वर्चस्व की लड़ाई में चली गोली, विरोधियों से मिलने गया था दूसरे गुट का युवक, पुलिस कर रही गहन जांच
कोरबा । कोरबा जिले में संचालित एसईसीएल की खदानों के भारी वाहनों से डीजल की चोरी कर बाजार में खपाने वाले गिरोहों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ठन गई है। पिछले ही दिनों जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के द्वारा निगरानी बदमाश घोषित किए गए साजिद खान गिरोह के एक युवक पर कथित रूप से गोली चलाई गई। गोली खुद मारी गई या किसी ने गोली मारी है इसकी जांच हो रही है। प्रारंभिक तथ्यों के आधार पर पुलिस द्वारा 3 लोगों पर अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है।
0 पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश
कथित गोली कांड के इस मामले में पुलिस को अपने आंख और कान पूरी तरह से खोल कर जांच करने की जरूरत है। कहीं न कहीं यह संभावित है कि गुटीय और वर्चस्व की लड़ाई में पुलिस की जांच को भी गुमराह किया जा सकता है। सुमित कुमार जिसे गोली लगी है उसके मुताबिक वह पहले साजिद के साथ काम करता था तब डीजल चोरी में संलिप्त राजा खान और अभिषेक के बारे में उसे बताया करता था। वह पिछले 5 दिनों से कोरबा में था और पेशी के लिए आया था। रात के वक्त वह उन्हीं लोगों से मिलने के लिए खदान क्षेत्र में रेलवे साइडिंग के किनारे एक अन्य साथी के साथ गया था जिनकी वह खिलाफत करता रहा और व्यवसायिक प्रतिद्वंदी रहे। अभिषेक और राजा के साथ बात करने के दौरान एक बोलेरो से आदमी आया जिसे उन्होंने गोली चलाने के लिए कहा। भागते वक्त सुमित को गोली लगी जो जांघ के आर-पार हो गई। मौके से पुलिस ने क्या बरामद किया है इसकी जानकारी अभी तक अप्राप्त है। सूत्र बताते हैं कि इस लड़ाई में साजिद खान जहां पर्दे के पीछे रहकर अपने व्यवसायिक विरोधियों को फंसाने और निपटाने की कवायद में जुटा हुआ है वहीं ऐसे नाम भी लिए और लिखाये जा रहे हैं जिनका कल रात की घटना से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं रहा है। ऐसे लोग पूरे प्रमाण के साथ इस मामले की निष्पक्ष और सही जांच करने की भी गुहार लगा रहे हैं। वर्चस्व की लड़ाई में पुलिस की नीर-क्षीर विवेचना इसलिए भी जरूरी है ताकि अपना हित साधने के लिए और प्रतिद्वंदी को किनारे लगाकर अपने गुट को खदान में डीजल चोरी के लिए काबिज करने की कोशिशों को रोका जा सके। सरकारी संपत्ति को होने वाले नुकसान के मामले में एसईसीएल खदानों की सुरक्षा के लिए लगाए गए तमाम उपाय और विशेष बल के जवानों की निष्क्रियता भी कहीं ना कहीं सामने आ रही है। एसईसीएल प्रबंधन को भी इस तरह की घटनाओं के प्रति सजग और सतर्क होकर काम करना होगा।
0 उलझन की बजाय हो सुलझी विवेचना
गुटों के इस उधेड़बुन में उलझने की बजाय सुलझी हुई विवेचना इस पूरे मामले में जरूरी है ताकि कोई निर्दोष वर्चस्व की लड़ाई की भेंट ना चढ़ सके। साथ ही पूरे घटनाक्रम का सच सामने लाने के अलावा ऐसे लोगों को हतोत्साहित करना भी जरूरी है जो पर्दे के पीछे से शहर व जिले के अमन-चैन में खलल पैदा करने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिशें कर रहे हैं। बता दें कि पिछले दिनों टीपी नगर के नया बस स्टैंड में हुए जानलेवा हमले की घटना के पीछे भी कहीं ना कहीं वर्चस्व की लड़ाई शामिल थी और इसमें भी एक पक्ष के लोग साजिद ग्रुप से वास्ता रखते हैं। खदान में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए छोटे-छोटे किंतु गंभीर घटनाओं को अंजाम दिलाया जा रहा है।
0 दर्ज हुई एफआईआर
अब तक की मिली जानकारियों और पुलिस के मुताबिक प्रार्थी सुमित कुमार चौधरी पिता मुरारी चौधरी उम्र 21 वर्ष निवासी तिफरा बिलासपुर के द्वारा थाना कुसमुंडा में रिपोर्ट दर्ज कराया गया है कि 28-11-21 के रात्रि में करीब 10 बजे रेलवे साइडिंग कुसमुंडा के पास आरोपी राजा खान,अशरफ और अभिषेक आनंद के द्वारा पूर्व रंजिश के कारण झगड़ा कर किसी ने जांघ में गोली मार दिया है। सुमित चौधरी को उपचार हेतु तत्काल जिला चिकित्सालय कोरबा भेजा गया है ,हालत सामान्य है। मामले में थाना कुसमुंडा में अपराध क्र 569/2021 धारा 307 भादवि 25,27 आर्म्स एक्ट कायम किया गया है। आहत को आई चोट की प्रकृति, एक्स-रे रिपोर्ट एवं अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। विस्तृत जानकारी पृथक से दिया जाएगा।